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किम जोंग उन ने एयर डिविजन के युद्धाभ्यास में लिया हिस्सा, क्रांतिकारी बदलाव लाने की जरूरत पर दिया बल

उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने इस सप्ताह वायु सेना के युद्धाभ्यास का निरीक्षण किया और सभी सैन्य इकाइयों को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा। प्योंगयांग के सरकारी मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी

किम जोंग उन ने एयर डिविजन के युद्धाभ्यास में लिया हिस्सा, क्रांतिकारी बदलाव लाने की जरूरत पर दिया बल
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सियोल। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने इस सप्ताह वायु सेना के युद्धाभ्यास का निरीक्षण किया और सभी सैन्य इकाइयों को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा। प्योंगयांग के सरकारी मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी।

कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने बताया, "किम योंग ने गुरुवार को दौरे के दौरान कोरियन पीपुल्स आर्मी के गार्ड्स फर्स्ट एयर डिवीजन के तहत उड़ान समूह को दिशा-निर्देश दिए और पूरी सेना की सभी इकाइयों से लगातार युद्ध के लिए तैयार रहने और क्रांतिकारी बदलाव लाने की आह्वान किया।"

केसीएनए के अनुसार, "अभ्यास का मुख्य उद्देश्य उड़ान कोर के साथ-साथ एंटी-एयर मिसाइल, रडार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उप-इकाइयों को दुश्मन देश की क्रूज मिसाइलों और आत्मघाती ड्रोन का पता लगाने, उन्हें ट्रैक करने और नष्ट करने के मिशन से परिचित कराना था।"

अभ्यास में एक नए प्रकार की लंबी दूरी की सटीक ग्लाइड गाइडेड बम का परीक्षण और एक लक्ष्य पर हमला करने के, साथ ही एक हेलीकॉप्टर से दुश्मन के ड्रोन को नष्ट करने का प्रशिक्षण कार्यक्रम, नौसेना के लक्ष्यों पर सटीक बमबारी और रणनीतिक टोही ड्रोन और बहुउद्देशीय ड्रोन के उड़ान का प्रदर्शन भी शामिल था।

किम ने अभ्यास को बेहद उपयोगी बताते हुए कहा कि, "इससे पायलटों को आधुनिक हवाई युद्ध विधियों का अनुभव प्राप्त करने में मदद मिलेगी।"

अभ्यास में लड़ाकू पायलटों, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल बैटरियों, रडार ऑपरेटरों और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध इकाइयों सहित सैन्य शाखाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को एक साथ लाया गया। अभ्यास में आने वाले खतरों, विशेष रूप से कम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाली क्रूज मिसाइलों और ड्रोनों का पता लगाने के साथ ही उन्हें निष्क्रिय करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

सरकारी मीडिया के मुताबिक, "अभ्यास ने गार्ड्स फर्स्ट एयर डिवीजन के तहत समूहों की हवाई रक्षा क्षमताओं को साबित किया। तस्वीरों में उत्तर कोरिया के नवीनतम फाइटर्स, जैसे कि मिग-29 और एसयू-25 विमानों को देखा जा सकता है।"

कोरिया इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल यूनिफिकेशन के वरिष्ठ रिसर्च फेलो हांग मिन ने कहा, "माना जा रहा है कि यह रूस की आर-27 मध्यम लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल का स्थानीय संस्करण है, जिसे रूसी वायु सेना ने मिग-29 पर लगाया है।" अब प्योंगयांग को मॉस्को से तकनीकी सहायता मिलने की संभावना बढ़ गई है।

योनहाप समाचार एजेंसी के मुताबिक सरकारी मीडिया की तस्वीरों में उत्तर कोरियाई ड्रोन दिखे जो अमेरिकी ग्लोबल हॉक और रीपर जैसे दिखते हैं।

हाल ही में किम ने सैन्य इकाइयों और गोला-बारूद कारखानों का दौरा किया था और पारंपरिक हथियारों के आधुनिकीकरण के महत्व पर जोर दिया था।

किम के साथ पार्टी और सैन्य अधिकारियों का समूह था। इसमें सत्ताधारी पार्टी वर्कर्स की केंद्रीय समिति की गोला-बारूद नीति के लिए सामान्य सलाहकार री प्योंग-चोल और रक्षा विज्ञान अकादमी के अध्यक्ष किम योंग-ह्वान भी शामिल थे।


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