स्कूली छात्र की हत्या की गुत्थी सुलझी
स्कूली छात्र की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है

जांजगीर। स्कूली छात्र की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। छात्र का फूफा ही हत्यारा निकला, जिसने रंजिशवश वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
नैला रेलवे फाटक के पास 20 अक्टूबर की सुबह लाश मिली थी। प्रथम दृष्टया गला रेत कर हत्या करना प्रतीत हो रहा था। घटना स्थल से बीयर की खाली बोतले एवं डिस्पोजल गिलास भी पड़ा मिला जिससे लग रहा था कि शराब पीने के दौरान हत्या की गई होगी। लाश की पंचनामा करने के दौरान पेंट के जेब से मोबाइल मिला जिससे उसकी पहचान वार्ड 10 जांजगीर निवासी 15 वर्षीय देवेन्द्र हरबंश पिता विनोद हरबंश के रूप में हुई थी।
चौकी नैला में मर्ग कायम कर विवेचना में लिया गया। क्राइम ब्रांच टीम ,थाना जांजगीर,चौकी नैला पुलिस को ने मामले की जांच शुरू की। आरोपी की पतासाजी हेतु क्राइम ब्रांच टीम द्वारा लगातार मृतक के रिस्तेदारों,दोस्तों से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान मृतक के मकान मालिक के लड़के से जानकारी मिली कि देवेन्द्र अपने फूफा राकेश कुर्रे से पैसे मांगने के लिए उसका मोबाइल नम्बर मांग रहा था तथा उसके दोस्त से जानकारी मिली कि देवेन्द्र का फूफा उसको पैसे देने के लिए आ रहा है।
टीम द्वारा जांच को इसी दिशा की ओर बढ़ाया गया। देवेन्द्र के फूफा राकेश कुर्रे को पूछताछ हेतु तलब किया गया। पूछताछ के दौरान राकेश कुर्रे ने पहले पुलिस को गुमराह किया लेकिन मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर वह टूट गया और घटना के संबंध में पूरी बात बताई। आरोपी राकेश कुर्रे पिता महेश राम कुर्रे 33 वर्ष निवासी परसाभाठा थाना बलौदा पेशे से शिक्षाकर्मी वर्ग 3 है जो ग्राम घुठिया(मड़वा) में पदस्थ है उसकी पत्नी भी शिक्षाकर्मी है। आरोपी कुछ वर्षो से जांजगीर वार्ड 10 के राजू पाटले के मकान में किराए पर ऊपर के रूम में रहता है,नीचे के कमरे में देवेन्द्र का परिवार रहता है। आरोपी का हमेशा अपनी पत्नी से विवाद होता था। नीचे उसके बहनोई विनोद हरबंश लोग रहते है जिनके साथ भी आरोपी का इसी बात को लेकर विवाद होता था। अभी 10-12 दिन पहले ही आरोपी का अपनी पत्नी और बहनोई विनोद हरबंश के साथ विवाद हुआ था जिसके बाद आरोपी चाम्पा तहसील के पास अपने जीजा मोहन लाल सोनन्त के साथ रहने लगा और अंदर ही अंदर अपने बहनोई विनोद और उसके बच्चों के प्रति खुन्नस रखने लगा।
इसी बीच 19 अक्टूबर को देवेन्द्र ने पैसे मांगने के लिए फूफा राकेश को फोन लगाया इसी दौरान आरोपी ने उसकी हत्या करने की योजना बना ली।
जांजगीर पहुंचकर आरोपी राकेश कुर्रे ने देवेन्द्र को पैसा देने और शराब पिलाने का बहाना बनाकर अपने साथ बैठाकर नैला फाटक के पास शराब दुकान ले गया जहां से उसने 2 बाटल बीयर खरीदी और पीने के लिए घटनास्थल के पास चले गए। चूंकि आरोपी ने पहले से योजना बनाई थी इसलिए पास के ही दुकान से पहले से ही ब्लेड खरीद लिया था। जैसे ही देवेन्द्र शराब पीने लगा और शराब का नशा हावी होने लगा तब आरोपी राकेश कुर्रे ने ब्लेड से उसके गले में वारकर उसकी हत्या कर दी। घटनास्थल से आरोपी की निशानदेही पर खून लगा ब्लेड और घटना के समय पहने हुए कपड़े को जप्त कर लिया गया है। आरोपी राकेश कुर्रे को धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।
पहले से बना ली थी योजना
आरोपी राकेश कुर्रे ने पहले से ही देवेन्द्र के हत्या की योजना बना ली थी। उसने सभी की आंख में धूल झोंकने के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी। वह अपने एक दोस्त संजू थवाईत के साथ हत्या के पहले और बाद में काफी समय तक रहा, ताकि किसी को उस पर शक न हो। नई बाइक लेने के बहाने राकेश अपने मित्र संजू के साथ जांजगीर, चांपा और बलौदा के कई दुकान में गया।
मोटरसायकल खरीदी के लिये बलौदा गए अपने मित्र संजू थवाईत को जरूरी काम है कहकर बीच में ही छोड़कर उसकी मोटरसायकल को मांगकर जांजगीर आ गया। इस बीच राकेश ने देवेन्द्र की हत्या की और शराब में बैठकर गुमराह करने के लिए संजू को फोन करके के पास बुलाया। इसके बाद वह संजू के साथ दो तीन घंटा शहर में घूमते रहा। किसी को शक न हो इस उद्देश्य से संजू के साथ चांपा भी गया। पुलिस को भी राकेश ने पहले यही कहानी सुनाई लेकिन बाद में आखिरकार उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।


