ईरान में खुमैनी ने की थी इस्लामिक लोकतंत्र की स्थापना : फजल
हजरत इमाम खुमैनी की 28वीं बरसी मस्जिद-ए-चहारसू मखदूम शाह अढ़न में शेख नुरूल हसन मेमोरियल सोसायटी द्वारा आयोजित मजलिस में जामिया नासिरिया इमामिया के अध्यापक मौलाना फजल ने कहा कि क्षाम खुमैन युगपुरुष थे

जौनपुर। हजरत इमाम खुमैनी की 28वीं बरसी मस्जिद-ए-चहारसू मखदूम शाह अढ़न में शेख नुरूल हसन मेमोरियल सोसायटी द्वारा आयोजित मजलिस में जामिया नासिरिया इमामिया के अध्यापक मौलाना फजल अब्बास जैदी ने कहा कि क्षाम खुमैनी युगपुरुष थे। उनके जैसे महापुरुष सदियों में पैदा होते हैं।
उन्होंने कहा कि इमाम खुमैनी ने ईरान में क्रांति लाकर इस्लामिक लोकतंत्र की स्थापना की। ईरान जो कि उस समय पश्चिमी संस्कृति का केंद्र बन गया था, ऐसे बिगड़े समाज को अपने विचारों से परिवर्तित करने वाला ही युगपुरुष कहलाता है जो इमाम खुमैनी थे।
जैदी ने कहा कि खुमैनी का देहावसान 4 जून, 1989 को हुआ था, लेकिन आज भी उनके विचार समय की जरूरत है। आज उनके विचारों को आगे बढ़ाने में रहबर-ए-इंकलाब आयतुल्लाह सै. अली खामेनाई की महत्वपूर्ण भूमिका है।
मजलिस के अंत में शेख नुरूल हसन मेमोरियल सोसायटी के प्रबंधक/समाज सेवी शेख अली मंजर डेजी ने हजरत इमाम खुमैनी के इसाले शबाब के लिये सूरये फातेहा पढ़ायी व उपस्थित जनों के प्रति आभार व्यक्त किया।
अवसर पर मुख्य रूप से जौनपुर अजादारी काउंसिल के उपाध्यक्ष सै. इसरार हुसैन एडवोकेट, शेख नुरूल हसन मेमोरियल सोसायटी के संरक्षक शेख हसीन अहमद, वसीम हैदर, जौनपुर अजादारी काउंसिल के सचिव तहसीन अब्बास सोनी, प्रवक्ता असलम नकवी व अन्य मौजूद थे।


