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खट्टर हमले की शिकार स्कूल बस के विद्यार्थियों से मिले

फिल्म 'पद्मावत' के विरोध के नाम पर बदमाशों द्वारा एक स्कूल बस पर किए गए हमले के एक सप्ताह से अधिक समय बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को गुरुग्राम के सोहना स्थित जी.डी. गोयनका स्कूल पहुंचे

खट्टर हमले की शिकार स्कूल बस के विद्यार्थियों से मिले
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गुरुग्राम/चंडीगढ़। फिल्म 'पद्मावत' के विरोध के नाम पर बदमाशों द्वारा एक स्कूल बस पर किए गए हमले के एक सप्ताह से अधिक समय बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को गुरुग्राम के सोहना स्थित जी.डी. गोयनका स्कूल पहुंचे और उन विद्यार्थियों व शिक्षकों से बातचीत की, जो उस दिन उस बस में सवार थे। खट्टर ने बच्चों, शिक्षकों और बस स्टाफ द्वारा इस प्रतिकूल परिस्थिति में दिखाए गए साहस की सराहना की।

24 जनवरी को फिल्म 'पद्मावत' की रिलीज के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कथित रूप से श्री राजपूत करणी सेना से जुड़े बदमाशों ने स्कूल बस पर पत्थर बरसाए थे।

स्कूल के बच्चों से सहानुभूति दिखाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "जब से टीवी पर मैंने वह घटना देखी है, तब से मेरे दिमाग में उथल-पुथल हो रहा है कि छोटे बच्चों के साथ ऐसा क्यों हुआ। तब से मैं अच्छा महसूस नहीं कर रहा हूं, इसलिए मैंने तय किया कि मैं आपसे मिलूंगा।"

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने चंडीगढ़ में कहा, "जब उनकी बस पर पत्थर फेंके जा रहे थे तब बच्चों ने न केवल साहस दिखाया, बल्कि शांत और संतुलित होकर हालात का बहादुरी से सामना भी किया। उनकी सुरक्षा पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकार उचित तैयारी करेगी।"

खट्टर ने कहा कि एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर नागरिक को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है, लेकिन अगर विरोध करना है तो शांतिपूर्वक किया जाना चाहिए। उन्होंने उस दिन के घटनाक्रम के बारे में बच्चों से जानकारी ली और बस में मौजूद शिक्षकों के साथ बातचीत की। उन्होंने घटना के दौरान शिक्षकों द्वारा संयम और खुद जख्मी होकर विद्यार्थियों को बचाने की सराहना की।

एक शिक्षक ने मुख्यमंत्री को बताया कि बहादुर छात्र निर्देश पाकर बस में सीटों के बीच बैठ गए और सभी ने अपने आप को छिपा लिया। बस में विद्यार्थियों के साथ पांच महिला शिक्षक भी थीं। विद्यार्थियों और शिक्षकों को धैर्य रखने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से घटना को भूलने का प्रयास करने को कहा।

खट्टर ने बस चालक रमेश के साथ भी बातचीत की। चालक ने मुख्यमंत्री को बताया कि जी.डी. गोयनका की तीन बसें कतार में थीं।


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