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खड़गे, राहुल ने इसरो की उपलब्धियों को सराहा, कहा- भारत ने दुनिया के सामने अपनी वैज्ञानिक ताकत दिखाई

चंद्रयान-3 मिशन की सफलता से पूरे देश में जश्न का माहौल है। चंद्रयान-3, चंद्रमा की सतह पर बुधवार शाम 6.04 बजे सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कर चुका है

खड़गे, राहुल ने इसरो की उपलब्धियों को सराहा, कहा- भारत ने दुनिया के सामने अपनी वैज्ञानिक ताकत दिखाई
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नई दिल्ली। चंद्रयान-3 मिशन की सफलता से पूरे देश में जश्न का माहौल है। चंद्रयान-3, चंद्रमा की सतह पर बुधवार शाम 6.04 बजे सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कर चुका है।

मिशन की सफलता के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की टीम को बधाई देते हुए कहा, ''यह प्रत्येक भारतीय की सामूहिक सफलता है, और हमने दुनिया के सामने अपनी वैज्ञानिक शक्ति प्रदर्शित की है।"

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि चंद्रयान- 3 की सफलता प्रत्येक भारतीय की सामूहिक सफलता है। हम सब के लिए गर्व की बात है। 140 करोड़ भारतीयों ने अपने छह दशक पुराने अंतरिक्ष कार्यक्रम में आज एक और उपलब्धि देखी।

हम अपने वैज्ञानिकों, स्पेस इंजीनियर्स, रिसर्चर्स और इस मिशन को सफल बनाने में शामिल सभी लोगों की लगन, कड़ी मेहनत, और समर्पण को सलाम करते हैं। 2008 में, जब चंद्रयान-1, मून इंपैक्ट प्रोब (एमआईपी), भारतीय राष्ट्रीय ध्वज लेकर, चंद्रमा पर उतरा, तो भारत चंद्रमा की सतह पर ‘किसी वैज्ञानिक उपकरण' को उतारने वाला चौथा देश बन गया था। आज चंद्रयान-3 के माध्यम से हमने दुनिया के सामने अपनी शानदार वैज्ञानिक क्षमता का परिचय दिया है।

विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर की बेहतरीन सॉफ्ट लैंडिंग, डॉ. होमी भाभा, डॉ. विक्रम साराभाई, डॉ. सतीश धवन, डॉ. मेघनाद सहा, डॉ. शांति स्वरुप भटनागर, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और उन सभी महान वैज्ञानिकों को एक सच्ची श्रद्धांजलि है जिन्होंने भारत को अंतरिक्ष अनुसंधान और वैज्ञानिक निपुणता में अपार सफलता दिलाई।

ये उपलब्धियां पंडित जवाहर लाल नेहरू के विजन का प्रमाण है, जिन्होंने इस बात पर जोर दिया कि साइंटिफिक टेम्पर ही एक स्वतंत्र राष्ट्र के विकास की भावना को आगे बढ़ा सकता है। उनके लिए, विज्ञान लोगों के जीवन में तेजी से बदलाव लाने का प्रमुख साधन था। भारत के अन्य प्रधानमंत्रियों ने भी इस भावना को आगे बढ़ाया।

आर्यभट्ट मिशन हो या राकेश शर्मा की स्पेस (आंतरिक्ष) यात्रा या फिर उसके बाद के अन्य मिशन हों, भारत ने स्पेश रिसर्च और खोज यात्रा में एक लंबा और सफल सफर तय किया है। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा विश्व शांति और भाईचारे को आगे बढ़ाने में विश्वास किया है।

आज विक्रम लैंडर का चंद्रमा की सतह पर उतरना, शांतिपूर्ण और वेलफेयर उद्देश्यों के लिए विज्ञान का उपयोग करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि है। सब को मुबारकबाद, सभी को बधाई! जय हिन्द। जय विज्ञान।

वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इसरो की उपलब्धि की सराहना की और कहा, ''आज की उपलब्धि के लिए टीम इसरो को बधाई। चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग हमारे वैज्ञानिक समुदाय की दशकों की जबरदस्त प्रतिभा और कड़ी मेहनत का परिणाम है। 1962 के बाद से, भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम नई ऊंचाइयों को छू रहा है और सपने देखने वाली युवा पीढ़ी को प्रेरित कर रहा है।''


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