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खाप पंचायत: पहलवानों को बांटा न जाए इनकी जाति सिर्फ तिरंगा है

जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरना-प्रदर्शन के समर्थन में मुजफ्फरनगर के सोरम में सर्वखाप की पंचायत हुई। इस दौरान हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के नेता शामिल हुए

खाप पंचायत: पहलवानों को बांटा न जाए इनकी जाति सिर्फ तिरंगा है
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मुजफ्फरनगर, जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरना-प्रदर्शन के समर्थन में मुजफ्फरनगर के सोरम में सर्वखाप की पंचायत हुई। इस दौरान हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के नेता शामिल हुए। खाप में सभी ने एक सुर में कहा कि पहलवानों को बांटा न जाए इनकी जाति सिर्फ तिरंगा है।

पंचायत में एलान किया गया कि खाप चौधरियों का प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति और गृहमंत्री से मुलाकात करेगा। सोरम में आए विभिन्न राज्यों के खाप प्रतिनिधियों ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है और दो जून को कुरुक्षेत्र में होने वाली पंचायत में सुनाया जाएगा।

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा पहलवानों को हताश होने की आवश्यकता नहीं है। हम लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगे भी। पहलवानों की लड़ाई लड़ी जाएगी और सर्व समाज लड़ेगा।

टिकैत ने कहा कि संत महात्मा हमारे साथ हैं। अगर आरोपियों के पक्ष में यात्रा निकलेगी तो हमारी भी यात्रा निकलेगी। ट्रैक्टर तैयार हैं। पहलवानों के लिए देशभर में जाकर बैठक की जाएगी। सरकार ने सहारनपुर में गुर्जर और ठाकुर समाज को लड़ाने की चाल चली है। दोनों समाज के लोग एक हो जाएं। सरकार की चाल को समझें। योद्धा किसी बिरादरी के नहीं होते। योद्धा सर्व समाज के होते हैं। चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि राष्ट्रपति से मिलेंगे। पहलवानों की पहचान तिरंगा है।

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि समाधान तक संघर्ष किया जाएगा। बिरादरी को शादी विवाह तक सीमित रखें, समाज के लिए संघर्ष करें।

वहीं, इस दौरान त्यागी, ब्राह्मण, भूमिहार समाज के अध्यक्ष मांगेराम त्यागी ने दिल्ली के डीजीपी को जमकर निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि डीजीपी अपनी मयार्दा भूल गए हैं। जिस दिन अपने बच्चों के सिर पर पैर रखेंगे उस दिन पता चलेगा। बता दें कि हरियाणा के पहलवानों के सम्मान की लड़ाई के लिए अब सर्वखाप एकजुट हो गई है।

त्यागी ने कहा कि इन लोगों ने हमारी बेटियों को जातियों में बांट दिया है, लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि जब ये विदेश में खेलने गईं थीं, जीतकर लौटीं थी तो क्या आपने इनकी जाति पूछी थी। तब ये देश की बेटियां थी। लेकिन आज पुलिस के सिपाही इनके सिर पर पैर रखकर खड़े हैं यह निंदनीय है। यहां सभी खाप चौधरी बैठें है हम वादा करते हैं कि सर्वखाप समाज खून की बलि देने के लिए तैयार है। यदि इन्होंने हमारी बेटियों को आंखें दिखाने कोशिश की तो इनकी आंखें नोंच लेंगे।

देशखाप चौधरी सुरेंद्र सिंह भी पंचायत में शामिल हुए। पालम 360 के चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने भी मंच से अपने विचार रखे। सोलंकी ने कहा कि 2 जून को कुरुक्षेत्र की पंचायत में शामिल हो और मिलकर एक फैसला करें। सरकार अगर बलिदान चाहती है तो हम बलिदान देने के लिए भी तैयार हैं। प्रधानमंत्री पाकिस्तान चले जाते हैं, लेकिन वह दिल्ली जंतर मंतर पर ही क्यों नहीं जाते? वहीं, दो जून को कुरुक्षेत्र में पंचायत के फैसले पर सभी ने मान्यता जताई।


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