अंतिम छोर में 25 रूपए में बेचा जा रहा मिट्टीतेल
जिले के अंतिम छोर करतला ब्लॉक के ग्राम पंचायत चांपा में शासकीय योजना के तहत प्रदान किये जाने वाले मिट्टी तेल को तय कीमत से ज्यादा में बेचा जा रहा है
कोरबा-करतला। जिले के अंतिम छोर करतला ब्लॉक के ग्राम पंचायत चांपा में शासकीय योजना के तहत प्रदान किये जाने वाले मिट्टी तेल को तय कीमत से ज्यादा में बेचा जा रहा है।
शासकीय राशन दुकानों में भेजी जा रही मिट्टी तेल जिसकी कीमत 21.57 रूपये निर्धारित की गई है, उसे वितरण एजेंसियों द्वारा 25 रूपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचा जा रहा है। इस तरह प्रति माह लगभग 3 से 4 हजार रुपये तक अतिरिक्त कमाई की जा रही है।
शासकीय उचित मूल्य की दुकान में मिट्टी तेल खरीदने गई कुछ महिलाओं से कीमत के बारे में बात की गई तब उन्होंने बताया कि 100 रूपये लेकर उन्हें कुल 4 लीटर मिट्टी तेल दिया जाता है जबकि वास्तव में इनकी कीमत 21.57 प्रति लीटर रूपये है। इस हिसाब से वितरण एजेंसियों द्वारा प्रति लीटर कुल 3 से 3.43 रूपये तक अतिरिक्त लिए जा रहे हैं।
बताया गया कि ग्राम पंचायत चांपा के दुकान क्रमांक 552002005 में कुल 356 राशन कार्डधारी हैं जिन्हें प्रतिमाह कुल 2 लीटर मिट्टी तेल शासकीय योजना में छूट के साथ 21.57 रूपये में मिलना चाहिए परंतु कई वर्षों से ही यहाँ मिट्टी तेल के नाम पर अवैध अतिरिक्त कमाई जारी है। आस-पास के ग्राम कलगामार में भी 23 रूपये प्रति लीटर के हिसाब मिट्टी तेल हितग्राहियों को दिया जाता है।
ग्राम चाँपा निवासी श्रीमती मंगलाई बाई राठिया ने बताया कि उसे 100 रूपये में 4 लीटर मिट्टी तेल ही दिया गया है। ये काम तो कई बार होता रहा है। श्रीमती बसंती बाई राठिया ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि मिट्टी तेल की सही कीमत कितनी है। हम तो हर बार 25 रूपये के हिसाब से ही पैसा देते हैं।
पंचायत सचिव के नाम पर दुकान
शासकीय उचित मूल्य की दुकान ग्राम पंचायत चांपा के विक्रेता सचिव उमेंद सिंह राठिया के नाम से संचालित है। सचिव स्वयं ही ज्यादातर वक्त मुख्यालय से नदारत रहते हैं वहीं वितरण की जिम्मेदारी भी किसी अन्य हाथों में सौंप दिया गया है। ऐसे में मिट्टी तेल के नाम पर हो रही अवैध वसूली के लिए जिम्मेदार सचिव से जब बात करनी चाही गई तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।


