वायनाड: प्रियंका गांधी ने 'वनदुर्गा बांबू प्रोडक्ट्स' का काम करने वाली सरस्वती से की मुलाकात, बांस की टोकरी बनाने की सीखी कला
कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा हाल ही में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर गई थीं, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की। प्रियंका गांधी ने अब इस दौरे से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है

प्रियंका ने वायनाड की महिलाओं की मेहनत और कला को सराहा, बांस की टोकरी भी बनाई
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा हाल ही में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर गई थीं, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की। प्रियंका गांधी ने अब इस दौरे से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है। इस वीडियो में वे 'वनदुर्गा बांबू प्रोडक्ट्स' का काम करने वाली सरस्वती से मुलाकात करती दिखाई दे रही हैं।
दरअसल, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड के नूलपुझा में 'वनदुर्गा बांबू प्रोडक्ट्स' चलाने वाली सरस्वती और उनकी सास से मुलाकात की। सरस्वती ने प्रियंका गांधी को अपनी कला से परिचित कराया। इस दौरान प्रियंका ने बांस की टोकरी बनाने की कला भी सीखी और सरस्वती की बेटी के साथ वीडियो कॉल पर भी बात की।
प्रियंका गांधी ने इस मुलाकात को यादगार बताया और महिलाओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "वायनाड की महिलाएं अथक परिश्रम करती हैं। वे कुशल, गर्वित और मजबूत हैं, जो अपने परिवारों का पालन-पोषण करती हैं।"
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "सरस्वती टोकरी बनाकर अपनी आजीविका चलाती हैं। यह कला उन्होंने अपनी मां से सीखी। वे अपनी सास के साथ नूलपुझा में 'वनदुर्गा बांबू प्रोडक्ट्स' चलाती हैं। उनसे मिलना, टोकरी बनाना सीखना और उनकी बेटी, जो अर्थशास्त्र में बीए कर चुकी है, से वीडियो चैट करना अद्भुत था। तीन पीढ़ियों की सशक्त महिलाएं।"
Saraswati weaves baskets for a living, a skill she learned from her mother. She runs Vanadurga Bamboo Products, in Noolpuzha with her sweet mother in law. It was wonderful to meet them, learn some basket weaving and also have a video chat with Saraswati’s daughter who has a BA… pic.twitter.com/2J0cNeoBoB
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 24, 2025
उन्होंने आगे कहा, "वायनाड की महिलाएं मेहनत से कमाती हैं। वे कुशल, गर्वित और मजबूत हैं, जो अपने परिवार का पालन-पोषण करती हैं। उनका समर्थन करना और महिलाओं के लिए बेहतर अवसर सुनिश्चित करना हमें बेहतर भविष्य बनाने के लिए जरूरी है।"
बता दें कि प्रियंका गांधी 12 सितंबर को वायनाड पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने सामाजिक, धार्मिक और सामुदायिक संगठनों के नेताओं से उनके घरों पर मुलाकात की थी।


