केरल : राहत शिविरों से घरों को लौट रहे लोग, सफाई जोरों पर
बाढ़ की विभीषिका से ग्रस्त केरल में राहत शिविरों में शरण लिए लोग अब जलस्तर घटने पर अपने घरों को लौटने लगे हैं

तिरुवनंतपुरम। बाढ़ की विभीषिका से ग्रस्त केरल में राहत शिविरों में शरण लिए लोग अब जलस्तर घटने पर अपने घरों को लौटने लगे हैं। जो लोग घरों को लौट रहे हैं, वहां सफाई कार्य जोरों पर है। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा कि 1435 राहत शिविरों में अब भी 4,62,456 लोग हैं। शनिवार तक 1822 शिविरों में 6.05 लाख लोग थे।
विजयन ने कहा कि स्कूल और शैक्षिक संस्थान 29 अगस्त से खुल जाएंगे, ऐसे में राहत शिविरों को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करना होगा।
राहत शिविर दक्षिणी जिलों चेंगन्नूर, अलप्पुझा, एर्नाकुलम, पथनामथित्ता, कोट्टायम और त्रिशूर में अब लगे हुए हैं।
माकपा विधायक साजी चेरियन ने मीडिया से कहा कि रविवार को काफी संख्या में लोग अपने घरों को लौटे। बाकी बचे लोग एक सितंबर तक अपने घरों को लौट जाएंगे।
कांग्रेस विधायक अनवर सादात और वीडी सतीशन ने इस बात पर जोर दिया कि राहत शिविर बंद करने के लिए लोगों को जबरन राहत शिविरों से घर नहीं भेजा जाना चाहिए।
केरल सरकार के आंकड़े के अनुसार रविवार को 16,255 स्वयंसेवकों ने 14,485 घरों और 254 सरकारी कार्यालयों की साफ-सफाई की। इसके साथ ही सड़कों की भी सफाई की गई।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एम.एम. हसन ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 28 और 29 अगस्त को बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा करेंगे।
केरल में 29 मई से जारी मॉनसून की बारिश और बाढ़ की वजह से अब तक 417 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ की वजह से बड़े पैमाने पर संपत्ति का नुकसान हुआ है।


