केरल विधानसभा दिन भर के लिए स्थगित
केरल के मुख्यमंत्री के निजी स्टाफ पर मेडिकल कॉलेजों में फीस बढ़ाने के पक्ष में फैसला लेने का आरोप लगाकर यूडीएफ ने विधानसभा कार्यवाही बाधित करने की कोशिश की जिसके बाद सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया
तिरुवनन्तपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के निजी स्टाफ पर निजी मेडिकल कॉलेजों में फीस बढ़ाने के पक्ष में फैसला लेने का आरोप लगाकर कांग्रेस समर्थित यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) वाले विपक्ष ने आज विधानसभा की कार्यवाही बाधित करने की कोशिश की जिसके बाद सदन को दिन भर के लिये स्थगित कर दिया गया।
इस मामले में स्थगन प्रस्ताव की मांग कर रहे कांग्रेस के वी डी सथीसन ने आरोप लगाया कि निजी मेडिकल कॉलेजों के प्रबंधन ने मुख्यमंत्री के निजी स्टाफ से गुप्त बैठक कर कॉलेजों की फीस मनमाने तरीके सेेे बहुत ज्यादा बढ़ाकर इच्छुक विद्यार्थियों के मनोबल को तोड़ दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि निजी मेडिकल कॉलेजों के सम्बन्ध में प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव को कठपुतली बनाकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
इसी मामले में षड़यंत्र के तहत उच्चतम न्यायालय में सरकार की ओर से पेश वकीलों ने उचित तरीके से केस की पैरवी नहीं की और इसका फायदा निजी मेडिकल कालेजों को ही मिला।
स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने अपने जबाब में कहा कि फीस वृद्धि में मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ है और कांग्रेस विधायकों ये आरोप सिर्फ राजनीति से प्रेरित है।
उन्होंने कहा कि सरकार किसी को न्यायालय का सहारा लेने से नहीं रोक सकती, यह उनका निजी फैसला है अौर हम इस मामले में कुछ नहीं कर सकते हैं।
सरकार और कॉलेज प्रबंधन के बीच कोई मिलीभगत नहीं है।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्णन ने स्थगन प्रस्ताव की अनुमति देने से मना कर दिया।
सदन में इस विषय पर चर्चा नहीं करने के सरकार के फैसले के विरोध में विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के अासन के समीन धरना प्रदर्शन करने लगे।
कार्यवाही में व्यवधान हाेते देख अध्यक्ष ने सदन को दिन भर के लिये स्थगित कर दिया।


