केरल और कर्नाटक की बाढ़ से पर्यटन उद्योग प्रभावित
केरल और कर्नाटक के कोडागु तथा अन्य क्षेत्रों मेंं आई बाढ से दोनों राज्यों के पर्यटन उद्योग पर बुरा असर पड़ने की आशंका है अाैर मैसुरु में पर्यटकों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है

मैसुरु। केरल और कर्नाटक के कोडागु तथा अन्य क्षेत्रों मेंं आई बाढ से दोनों राज्यों के पर्यटन उद्योग पर बुरा असर पड़ने की आशंका है अाैर मैसुरु में पर्यटकों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
जिला प्रशासन ने बाढ़ की मौजूदा स्थिति को देखते हुए होटल और ‘होम स्टे’ मालिकों केा 31 अगस्त तक बुकिंग करने के लिए मना कर दिया है।
प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार बाढ की वजह से कर्नाटक में पर्यटकों की संख्या लगातार घट रही है। मैसुरु प्राणी उद्यान के निदेशक अजीत कुलकर्णी के अनुसार मैसुरु प्राणी उद्यान में एक से 15 अगस्त के बीच पर्यटकों की संख्या पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 104,415 से घटकर 98,990 तक रह गई है। पिछले पंद्रह दिनों में मैसुरु के प्राचीन महलों को देखने आने वालों लोगों की संख्या पिछले साल की तुलना में 1,46,419 से घटकर 1,34,658 आ गई है।
मैसुरु पैलेस बोर्ड के उप निदेशक सुब्रमण्या ने कहा कि बकरीद के बाद केरल से आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढोतरी हुआ करती थी लेकिन इस साल बाढ़ की वजह से उन्हें नहीं लग रहा है कि इतनी संख्या में लोग आयेंगे।
वहीं दूसरी तरफ मैसुरु के होटल उद्योग को भी पर्यटकों की कमी महसूस होने लगी है। मैसुरु होटल ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नारायण गौडा ने कहा कि साल में सप्ताह के कामकाजी दिनों में 50 प्रतिशत और छुट्टी के दिनों में 65 से 70 प्रतिशत तक होटल भरे होते थे जो अब घटकर 35 से 40 प्रतिशत हो गए हैं और कामकाजी दिनोें में यह मात्र 20 प्रतिशत रह गया है।
मैसुरु ट्रेवल मार्ट के अध्यक्ष सी ए जयकुमार ने कहा कि आने वाले दिनों में न केवल केरल और कोडागु में आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी आएगी बल्कि मैसुरु में भी इसका असर रहेगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन उद्याेग पर बाढ़ का यह असर दशहरे की छुट्टियों में भी बने रहने की संभावना है।
मैसरु से केरल और कोडागु जाने के लिए टैक्सी की बुकिंग करने वाली एजेंसियों ने होने भी बुकिंग में कमी आने की सूचना दी है। पर्यटन उद्योग ही कोडागु का मुख्य आर्थिक आधार है, बाढ़ और भूस्खलन से पर्यटन से होने वाली आय पर बुरा असर पड़ा है।
जिला प्रशासन ने भी बाढ़ को देखते हुए एहतियातन 31 अगस्त तक होटल और ‘होम स्टे’ मालिकों को बुकिंग करने के लिए मना कर दिया है।


