केजरीवाल बवाना में खेलना चाहते हैं हिन्दू-मुस्लिम विभाजन रणनीति का कार्ड
पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने आप पर आरोप लगाया कि बवाना में केजरीवाल गैंग ने मुस्लिम कार्ड खेलने का प्लान बनाया है, इसके लिए मंत्री इमरान हुसैन को हर एक मदरसे, मस्जिद में अलग से बैठकों के निर्देश दिए है
नई दिल्ली। बवाना उपचुनाव की लड़ाई अपने अंतिम चरम में है और इंडिया अगेंस्ट करप्शन के बैनर तले आम आदमी पार्टी सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने आप पर आरोप लगाया कि बवाना में केजरीवाल गैंग ने मुस्लिम कार्ड खेलने का प्लान बनाया है और इसके लिए मंत्री इमरान हुसैन को हर एक मदरसे, मस्जिद में अलग से बैठकों के निर्देश दिए हैं।
चुनाव से पहले बवाना में हिन्दू-मुस्लिम विभाजन की रणनीति पर काम करने का आरोप लगाते हुए कपिल ने कहा कि मुस्लिम इलाकों के लिए अलग पर्चे और प्रचार सामग्री बनवाई जा रही है, जिनमे मुसलमानों को बचाने के लिए केजरीवाल को वोट देने की अपील की जाएगी। कपिल मिश्रा ने दावा किया कि बवाना में मुस्लिम इलाकों में खुलकर धार्मिक कार्ड खेलने के लिए एक अलग टीम भेजी गई है।
इमरान हुसैन और हाजी यूनुस पर इस टीम की जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए केजरीवाल मुस्लिम इलाकों की रिपोर्ट रोज ले रहे हैं। मस्जिदों और मदरसों के माध्यम से राजनैतिक संदेश फैलाने का निर्णय लिया गया है। इसलिए बवाना में साम्प्रदायिक सदभावना बनी रहे और जनता तक केजरीवाल की सच पहुंचाने के लिए कल से इंडिया अगेंस्ट करप्शन की टीम शुक्रवार से बवाना में अभियान चलाएगी। वहीं भाजपा ने भी अब आक्रामक रुख दिखाते हुए कहा है कि केजरी को वोट और सतेन्द्र को नोट चाहिए।
प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव बब्बर ने बवाना विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री केजरीवाल एक ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं जो वोट को नोट में तबदील करते हैं। सत्ता में आते ही उसने दिल्ली को लूटा, खसोटा, उससे यह लगता है कि केजरी को वोट और सतेन्द्र जैन को नोट से मतलब रह गया है।
बवाना विधानसभा उपचुनाव में अपनी निर्णायक बढ़त बताते हुए बब्बर ने कहा कि बवाना विधानसभा की लड़ाई भाजपा की जीत की औपचारिकता मात्र है। उनका मानना है कि मतदाता केजरीवाल को वोट क्यों देगा। सिर्फ इसलिए उसके वोट को नोट में तब्दील करें। आखिर कब तक बकरे की मां खैर मनायेगी। केजरीवाल कब तक ऐसा करता रहेगा। निरंकुश शासक की तरह दिल्ली को लूटता हुआ इसका मुखौटा उतर चुका है। ये पब्लिक है सब जानती है।


