केजरीवाल को गरीबों के घर के मच्छर की चिंता नहीं : भाजपा
भाजपा उपाध्यक्ष दुष्यंत कुमार गौतम ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की डेंगू के खिलाफ मुहिम पर तंज कसा है

नई दिल्ली। भाजपा उपाध्यक्ष दुष्यंत कुमार गौतम ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की डेंगू के खिलाफ मुहिम पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि अपने घर के गमले का पानी बदलकर केजरीवाल फोटो खिंचा रहे हैं, मगर गरीबों के घर के मच्छर की उन्हें चिंता नहीं है, गरीबों की बस्तियों से गुजरने वाले नालों पर ध्यान नहीं है। भाजपा उपाध्यक्ष ने कहा कि "केजरीवाल सरकार जनता के करोड़ों रुपये विज्ञापन पर बहा देती है, ताकि बिना काम के भी क्रेडिट ली जाए। अभी तक दिल्ली ग्रीन दिल्ली थी। यहां सीएनजी से वाहन चलते हैं। मगर उनको भी ऑड-इवन में लाकर प्रदूषण का गुनहगार बना दिया गया।"
दुष्यंत ने कहा, "15 दिन ऑड-इवन चलेगा, जिसमें चार दिन छुट्टी के होंगे। क्या उससे दिल्ली का प्रदूषण खत्म हो जाएगा?"
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण घटाने के प्रयास के तहत चार से 15 नवंबर के बीच सड़कों पर वाहनों के लिए ऑड-इवन सिस्टम लागू करने की बात कही है।
केजरीवाल सरकार की मुफ्त वाली घोषणाओं की भाजपा के पास क्या है काट? इस सवाल पर गौतम ने कहा कि मुफ्त के झूठे वादे चुनाव में नहीं चलेंगे। उन्होंने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में दिल्ली के अंदर भाजपा की सरकार आएगी।
उन्होंने कहा, "2015 में दिल्ली की जनता को कांग्रेस से मुक्ति की तलाश थी। उस समय उन्हें लगा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार उनकी दिक्कतों को खत्म करेगी। मगर साढ़े चार साल तक केजरीवाल यही राग अलापते रहे- मोदी जी ये नहीं करने देते, वो नहीं करने देते। और अब जब चुनाव में चार महीने हैं तो केजरीवाल तमाम घोषणाएं कर रहे हैं। वह जनता को मूर्ख समझते हैं, मगर दिल्ली की जनता पढ़ी-लिखी होशियार है।"
भाजपा उपाध्यक्ष ने अरविंद केजरीवाल के उस बयान पर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि यूपी-बिहार के लोग पांच सौ रुपये लेकर आते हैं और इलाज कराकर चले जाते हैं। उन्होंने कहा, "अगर वे आते हैं तो भाजपा सरकार से मिले आयुष्मान कार्ड पर इलाज कराकर चले जाते हैं, आपके पैसे से नहीं। आपने तो योजना भी नहीं चलाई है। आप एक्सीडेंट होने पर इलाज की बात करते है, हम बीमारी से पहले ही स्वास्थ्य बीमा की बात करते हैं।"
बसों में महिलाओं के मुफ्त सफर की योजना को लेकर उन्होंने कहा, "कौन सी बस में महिलाएं यात्रा करेंगी। दिल्ली की सड़कों पर हजार बसें कम चल रही हैं। वादे के मुताबिक वाई-फाई कनेक्शन नहीं लगा है। बसों में सुरक्षा के लिए कहां सुरक्षाकर्मी चल रहे हैं। केजरीवाल के वादे धरातल पर नहीं उतरे हैं।"


