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विजनलेस मुख्यमंत्री हैं केजरीवाल, सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी ने दिखाया आईना : भाजपा

भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को विजनलेस मुख्यमंत्री बताते हुए कहा है कि उनके पास प्रदूषण पर कोई ठोस कार्य योजना नहीं है और सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी ने भाजपा के स्टैंड की पुष्टि की है

विजनलेस मुख्यमंत्री हैं केजरीवाल, सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी ने दिखाया आईना : भाजपा
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नई दिल्ली। भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को विजनलेस मुख्यमंत्री बताते हुए कहा है कि उनके पास प्रदूषण पर कोई ठोस कार्य योजना नहीं है और सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी ने भाजपा के स्टैंड की पुष्टि की है।

भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को विजनलेस मुख्यमंत्री बताते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने प्रदूषण पर दिल्ली और पंजाब दोनों राज्यों के लोगों को धोखा दिया है।

उन्होंने कहा कि आज सुबह सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली और उत्तर भारत के प्रदूषण पर कुछ टिप्पणियां की गई हैं, वह विजनलेस मुख्यमंत्री को आईना दिखाने के बराबर है। दिल्ली की जनता को लगता था कि दिल्ली के सीएम अब तो सचेत होकर प्रदूषण पर बोलेंगे, मगर खेद का विषय है कि उन्होंने अपनी पत्रकारवार्ता में एक शब्द भी प्रदूषण पर नहीं बोला।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पिछले 15 दिन से दिल्ली के मुख्यमंत्री, पर्यावरण मंत्री के साथ ही पूरी आम आदमी पार्टी दिल्ली में प्रदूषण के लिये हरियाणा पर दोष मढ़ने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन आज सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली एवं उत्तर भारत की प्रदूषण स्थिति का संज्ञान लेते हुए सुनवाई की। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पंजाब सरकार को बिना कोई बहाना बनाये तुरंत राज्य में पराली जलने से रोकने का निर्देश दिया।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि न्यायालय में चली सुनवाई में राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश में पराली जलाने का भी जिक्र आया। मगर लम्बी सुनवाई के बाद हरियाणा का कोई जिक्र नहीं आया, जिससे स्पष्ट है कि आम आदमी पार्टी हरियाणा को राजनीतिक रूप से बदनाम करने का प्रयास कर रही थी।

सचदेवा ने ऑड-इवन वाहन प्रतिबंध पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को भाजपा के स्टैंड की पुष्टि बताते हुए कहा कि यह सिर्फ छलावा स्कीम है। उन्होंने कहा कि जो मुख्यमंत्री दिल्ली के विकास में अपना शेयर नहीं दे रहे हैं, वह यह पूछ रहे हैं कि केंद्र सरकार क्या कर रही है। केजरीवाल मंत्रिमंडल की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से करते हैं और अगर वह ईमानदार हैं तो बताए कि प्रदूषण के लिए कितनी बैठकें की हैं।

उन्होंने कहा कि 6 नवंबर तक के आंकड़े बताते हैं कि कुल 29641 केस पराली जलाने के आए हैं, जिनमें से अकेले पंजाब में लगभग 20 हजार से अधिक है। सिर्फ कल ही पंजाब से 80 फीसदी पराली जलने के केस आए हैं, जो दिल्ली का दम घुटने के लिए काफी था।

वहीं, दिल्ली भाजपा के सचिव हरीश खुराना ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने ऑड-इवन लगा दिया, लेकिन क्या उनके पास उतनी ट्रांसपोर्ट सुविधा है जिससे दिल्ली की जनता बिना किसी परेशानी के सफर कर सके। दिल्ली में 13000 बसों की जरुरत है, लेकिन आज दिल्ली के अंदर लगभग 7000 बसें हैं और दिल्ली सरकार यह उम्मीद कर रही है सभी से कि वे पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करें।

खुराना ने कहा कि रेड लाइट ऑन इंजन ऑफ की बात करने वाले केजरीवाल जवाब दें कि इस अभियान पर लुटाए गए 55 करोड़ रुपये का आज परिणाम क्या है। प्रदूषण कितना कम हुआ इसका जवाब केजरीवाल दें क्योंकि आरटीआई जवाब में दिल्ली सरकार ने कहा है कि इस अभियान से प्रदूषण की कमी में कोई अंतर नहीं पड़ा है। पराली घोल पर भी सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल से हिसाब मांगा है और उनके पास कोई जवाब नहीं था।


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