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प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा के लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार:विधूड़ी

नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने राजधानी से रोज हजारों की संख्या में पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा के लिए अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा के लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार:विधूड़ी
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नयी दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने राजधानी से रोज हजारों की संख्या में पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा के लिए अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

श्री बिधूड़ी ने सोमवार को आप सरकार की विफलताएं गिनाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने दिल्ली के 72 लाख लोगों के लिए प्रतिमाह आठ किलो गेहूं, दो किलो चावल और एक किलो दाल मुफ्त भेजी लेकिन केजरीवाल की सरकार यह राशन गरीबों तक नहीं पहुंचा सकी। गरीबों के इस राशन पर दिल्ली सरकार के केवल साढे छह करोड़ रुपये खर्च हुए। उन्होंने कहा कि स्वयं केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि अप्रैल महीने के लिए केंद्र ने जो राशन जारी किया उसका महज एक फीसदी बंटवारा ही दिल्ली सरकार करा सकी। केंद्र सरकार तीन महीने तक के लिए दिल्ली के 72 लाख लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है।

उन्होंने कहा की केंद्रीय रेल मंत्री ने प्रवासी मजदूरों को उनके गृह प्रदेशों को भेजने के लिए ट्रेनें चलाने की घोषणा की। इन ट्रेनों के परिचालन का 85 फीसदी खर्च केंद्र सरकार दे रही जबकि 15 फीसदी ही उस राज्य सरकार को देना है जहां के मजदूर ट्रेनों में जा रहे है। दिल्ली सरकार का इस पर एक भी पैसा नहीं खर्च हो रहा है। उसको केवल संबंधित राज्य सरकारों से बातचीत कर मजदूरों को ट्रेन तक पहुंचा देना है लेकिन यह काम भी वह नहीं कर पा रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर 62 हजार लोगों ने अपने गृह प्रदेश जाने को पंजीकरण कराया। दिल्ली सरकार इनको तो अपने घरों को भेजने में नाकाम हुई ही, दूसरी ओर उसकी वह वेबसाइट ही ठप्प हो गई जिसके माध्यम से अन्य प्रवासी मजदूर अपने घर जाने को पंजीकरण करा पाते। इन मजदूरों को मजबूर होकर पैदल ही अपने गृह प्रदेशों को निकलना पड़ा।

विपक्ष के नेता ने कहा कि आबादी और क्षेत्रफल की दृष्टि से देश में दिल्ली कोरोना के मामले में नम्बर एक पर है। इस महामारी को रोक पाने में दिल्ली सरकार की विफलता ने भी प्रवासियों में भय पैदा किया। कोरोना से लड़ने की दिल्ली सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने महज पांच दिन में 1200 बेड का अस्पताल बना दिया और केजरीवाल सरकार अपने कोरोना योद्धा डॉक्टरों, नर्सों सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को मास्क, पीपीई किट आदि तक नहीं उपलब्ध करा पा रही। उन्होंने कहा कि कोरोना मामले से निपटने में आप सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। इसी कारण इतनी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर दुर्दशा झेलकर पैदल ही अपने गृह प्रदेशों को जाने को मजबूर हुए हैं।


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