आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केजरीवाल और शरद यादव ने की नायडू से मुलाकात
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र राजनीतिक विकल्प की सम्भावनाएं तलाशने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और लोकतान्त्रिक जनता दल (यू) के अध्यक्ष शरद यादव ने चंद्रबाबू नायडू से मुलाक़ात की

नयी दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र राजनीतिक विकल्प की सम्भावनाएं तलाशने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और लोकतान्त्रिक जनता दल (यू) के अध्यक्ष शरद यादव ने शनिवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मुलाक़ात की।
Had a gud meeting wid Sh Chandrababu Naidu ji. Sh Sharad Yadav ji was also present for a while. Discussed national issues. Present BJP govt is a threat to the nation n to the Constitution. People across India will need to join hands to save India n the Constitution pic.twitter.com/9nyEmI24oH
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 27, 2018
नायडू की केजरीवाल और यादव से यह मुलाक़ात ऐसे समय में हुई जब आंध्रप्रदेश के साथ चार अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार यादव और केजरीवाल नायडू से मिलने आज सुबह आँध्र भवन गये जहाँ दोनों ने करीब आधे घंटे तक बातचीत की। तीनों नेताओं ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा को परास्त करने के लिए वैकल्पिक राजनीतिक शक्तियों को मज़बूत बनाने पर बल दिया तथा आगामी लोकसभा चुनाव में सांप्रदायिक ताकतों को परास्त करने की रणनीतियों पर भी चर्चा की।
केजरीवाल ने नायडू से मिलने के बाद ट्वीट कर अपनी मुलाकात की जानकारी दी और कहा, “हम लोगों की मुलाकात काफी अच्छी रही और कई राष्ट्रीय मुद्दों पर हमनें चर्चा की। कुछ देर के लिए यादव भी हमारे साथ रहे।”श्री केजरीवाल ने लोगों से अपील की कि वे संविधान को बचाने और सांप्रदायिक ताकतों को पराजित करने के लिए आगे आयें।
लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों का राष्ट्रीय गठबंधन बनने की सम्भावना अब क्षीण हो गयी है क्योंकि विपक्षी दलों का भी कहना है कि अब विपक्षी दलों का गठबंधन राष्ट्रीय स्तर की बजाय राज्य स्तर पर क्षेत्रीय दलों की स्थिति और राजनीतिक परिस्थितियों के अनुरूप होंगे। आँध्र प्रदेश में आम आदमी पार्टी और लोकतान्त्रिक जनता दल का कोई जनाधार नहीं है लेकिन ऐसे में राष्ट्रीय राजनीति में उनकी भूमिका को लेकर यह मुलाकात राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बनी हुई है।


