शीतलहर में भी नवजात का खुले आसमान में जिंदा रहना भगवान का रक्षाकवच : डॉ. राकेश गुप्ता
नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में पुलिस को खुले आसमान में मिला था नवजात

ग्रेटर नोएडा। राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में इस समय एक अज्ञात नवजात का ईलाज चल रहा है। जिसको बहुत ही किटिकल अवस्था में पुलिस के द्वारा इमरजेन्सी में भर्ती कराया गया। जब भर्ती कराया गया तो उस समय बच्चे का ब्लड शुगर कम हो रहा था, सास की दर भी तेज थी और बायें पैर में सूजन भी थी।
जिसके लिए जिम्स के बालरोग विभाग की नर्सरी की टीम ने तुरन्त प्राइमरी ईलाज दिया और ड्युटी पर सीनियर डॉक्टर सुजया मुखोपाध्याय को सूचित किया, जिसके लिए डॉ. सुजया ने तुरन्त नर्सरी में व्यवस्था कराके भर्ती करने का आदेश दिया और लगातार बच्चे की तबियत का ख्याल रखा।
जैसा कि पुलिस ने बताया कि बच्ची उनको नालेज पार्क में सुबह खुले आसमान के पतले कपड़े में ढकी हुयी मिली तो बच्ची रो रही थी और बर्फ जैसी ठण्डी पड़ रही थी जिसकी तुरन्त पुलिस ने ले जाकर प्राईवेट हास्पिटल में भर्ती कराया, फिर चाइल्ट वैल्फेयर कमिटी के आदेश पर जिम्स रिफर ले कर आये।
बालरोग विभागाध्यक्ष डॉ. रूचिका भटनागर ने बताया कि एनआईसीयू में बच्ची का सम्पूर्ण ईलाज चल रहा है।
बच्चे को शुरूआत में पीलिया की शिकायत हुयी, जो कि अब ईलाज से सही हो गया है और पैर (बायें) प्लास्टर लगा हुया। संस्थान के डायरेक्टर ब्रिगे. राकेश गुप्ता ने बताया कि बच्ची अच्छी तरह से दूध को पी रही है और बच्ची का ईलाज और सम्पूर्ण बालरोग विभाग के समस्त सदस्य और स्टाफ पूरे मन से का रहे और बहुत खुश है।


