खुद को सुरक्षित रख लॉकडाउन लागू कराएं, छिपे हुए तबलीगियों को तलाशें : पुलिस आयुक्त
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस. एन. श्रीवास्तव ने 50 से ज्यादा आईपीएस अधिकारियों की बैठक ली। बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये की गई

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस. एन. श्रीवास्तव ने 50 से ज्यादा आईपीएस अधिकारियों की बैठक ली। बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये की गई।
बैठक में पुलिस आयुक्त ने सभी अफसरों से तीन बिंदुओं पर प्रमुखता से अमल करने को कहा। पहला बिंदु ड्यूटी में तैनात दिल्ली पुलिस के अफसर-कर्मचारी खुद को सुरक्षित रखने को प्राथमिकता दें। दूसरा बिंदु लॉकडाउन को और सख्ती से लागू करायें। तीसरा और बेहद महत्वपूर्ण निर्देश था कि, दिन रात एक करके किसी भी तरह से दिल्ली में छिपे एक-एक संदिग्ध तबलीगी को निकाल कर कोरेंटाइन कराएं।
यूं तो एस एन श्रीवास्तव लॉकडाउन के दौरान इससे पहले भी वीडियो कांफ्रेंसिंग अफसरों के साथ करते रहे हैं लेकिन एक साथ इतनी बड़ी संख्या में अधिकारी गुरुवार को पहली बार नजर आये। वीडियो कांफ्रेंसिंग में सभी 15 जिले के डीसीपी, सभी रेंज के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर, सभी रेंज के स्पेशल पुलिस कमिश्नर कानून एवं व्यवस्था, स्पेशल ब्रांच के स्पेशल पुलिस कमिश्नर, स्पेशल पुलिस कमिश्नर ऑपरेशंस, प्रोवीजन एंड लॉजिस्टिक, सतर्कता व क्राइम ब्रांच के स्पेशल पुलिस कमिश्नर और स्पेशल पुलिस कमिश्नर पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज भी मौजद रहे।
दोपहर बाद शुरू हुई वीडियो काफ्रेंसिंग करीब डेढ़ घंटे चली। बीच में 10-15 मिनट का ब्रेक दिया गया। मीटिंग के दौरान मौजूद तमाम आला मातहत अफसरों को पुलिस कमिश्नर ने सबसे पहले कहा, मौजूदा हालात में हम सब अपनी सेहत का ख्याल करें। खुद को बचाकर रखते हुए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग को गंभीरता से लागू करवाने के प्रयास किए जाएं।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस कमिश्नर का जोर इस बात पर भी था कि, दिल्ली में अभी भी बाकी बचे हुए छिपे बैठे संदिग्ध तबलीगियों को तलाशा जाये। इस काम में जिला पुलिस तेजी से जुट जाये। उन तबलीगियों को सबसे पहले तलाशा जाये जो डायरेक्ट मरकज तबलीगी जमात मुख्यालय से तालुल्क रखते हैं। उसके बाद उनकी चेन तलाशने का काम भी साथ साथ ही शुरू हो।
पुलिस कमिश्नर का जोर इस बात पर ज्यादा था कि किसी भी तरह से तबलीगियों को जल्दी से जल्दी कोरेंटाइन होम भेजकर इस महामारी की चेन को रोका जाये।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस स्पेशल ब्रांच ने सभी जिला डीसीपी को यह जानकारी दे दी है कि किस किस के इलाके से कितने संदिग्ध तबलीगी वांछित हैं। हांलांकि, इनकी अनुमानित संख्या 15 सौ से 2000 के बीच हो सकती है। इनमें से 500 से ज्यादा तबलीगी दिल्ली पुलिस स्वास्थ्य विभाग की टीमों के हवाले करके कोरेंटाइन सेंटर भेज चुकी है।


