केसी बोकाड़िया ने एक साल में उत्तर प्रदेश फिल्म सिटी शुरू करने का किया दावा
केसी बोकाड़िया ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर उनके आवास पर मंदिर होने का अहसास हुआ

- देवेंद्र सिंह
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण में प्रस्तावित फिल्म सिटी निर्माण किस माॅडल पर किया जाएगा। इस पर 4 अप्रैल को लखनउ में होने वाली बैठक में फैसला होने की उम्मीद हैं। मशहूर फिल्म निर्माता एवं निर्देशक केसी बोकाड़िया के फिल्म सिटी निर्माण को लेकर आगे आने पर अब बालीवुड के कई निर्माता निर्देषक, प्रोड्यूसर व फिल्म अभिनेता भी आगे आ गए है। हालंकि अभी तक केसी बोकाडिया के अलावा किसी ने फिल्म सिटी निर्माण को लेकर प्रस्ताव नहीं सौंपा है।
फिल्म सिटी निर्माण को लेकर पिछले दिनों केसी बोकाडिया अपना एक प्रस्ताव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा चुके है।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय पहुंचे केसी बोकाडिया ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से मिलकर वह बहुत प्रभावित है। उनके सामने प्रस्ताव रखते हुए मुख्यमंत्री ने एक मिनट में उनके प्रस्ताव पर सहमति दे दी है। केसी बोकाडिया का कहना है कि जब वह मुख्यमंत्री के आवास पर उसने मुलाकात की तो उन्हें लगा कि मुख्यमंत्री से उनके आवास नहीं बल्कि मंदिर में मुलाकात कर रहे हैे।
चार अप्रैल को औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह की अघ्यक्षता में बैठक होगी। उसमें फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर चर्चा होगी। बोकाडिया ने फिल्म सिटी के लिए 250 एकड़ जमीन मांगी है। कहा कि वह साउथ के निर्माता एवं निर्देशकों के साथ मिलकर फिल्म सिटी विकसित करेंगे।
यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-21 में 1000 एकड़ में फिल्म सिटी प्रस्तावित है। अभी विकासकर्ता कंपनी की तलाश चल रही है। इसी बीच फिल्म निर्माता एवं निर्देशक केसी बोकाड़िया ने मुख्यमंत्री से लखनऊ में मुलाकात की। उसके बाद बुधवार को तीसरे दिन भी यमुना प्राधिकरण पहुंचे और सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के सामने अपनी योजना प्रस्तुत की।
उन्होंने 22 मार्च को फिल्म सिटी की साइट का भी दौरा भी किया था। साइट को देखकर वह काफी प्रभावित हुए। उन्होंने यहां पर फिल्म सिटी विकसित करने की इच्छा जताई है। बोकाड़िया ने मुख्यमंत्री को अपना प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव में उन्होंने कहा कि वह पहले चरण में 250 एकड़ जमीन चाहते हैं। वह यहां फिल्म इंस्टीट‘यूट और स्टूडियो बनाएंगे। जिसमें षिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों को फिल्म निर्माण से जुड़ी सभी बारीकी की षिक्षा दी जाएगी।
इंस्ट्टीयूट में पढ़ने वाले छात्रों को साल में कम से कम चार फिल्मों में भी काम करने का मौका देगे। उन्होंने कहा कि फिल्म सिटी को करीब दर्जनभर साउथ के निर्माता निर्देशकों को भी अपने साथ लाएंगे। प्रस्ताव में बताया कि तकनीक के युग में अब जमीन की अधिक जरूरत नहीं है। वह पहले चरण में एक्टिंग, सिनेमोटोग्राफी, डबिंग, मिक्सिंग, कलर करेक्शन, कम्यूटर जनरेटेड इमरजरी, डिजिटल ट्रेनिंग, विजुअल इफेक्ट, म्यूजिक प्रोडक्शन, प्रोडक्शन मैनेजमेंट, एनिमेशन आदि पर काम करेंगे।
उन्होंने मोरेटोरियस पीरियड बढ़ाने के लिए कहा है। कहा कि पहला चरण विकसित होने तक दूसरा आवंटन ना किया जाए। वह तीन महीने में काम शुरू कर देंगे। एक साल के भीतर यहां पर फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी।
अगर वह समय पर काम ना करें तो भारी जुर्माने का प्रावधान हो। लखनऊ में चार अप्रैल को फिल्म सिटी को लेकर बैठक है। उसमें इस प्रस्ताव पर चर्चा होगी।


