पुलिस थाना में 16 लाख का गबन हवलदार सहित दो सिपाही निलंबित
कवर्धा ! जिले मे पुलिस की छवि एकबार फिर तार तार हुई है पांडातराई पुलिस थाने मे शराब बिक्री के लगभग 16 लाख रुपये के गबन के मामले का खुलासा,

कवर्धा ! जिले मे पुलिस की छवि एकबार फिर तार तार हुई है पांडातराई पुलिस थाने मे शराब बिक्री के लगभग 16 लाख रुपये के गबन के मामले का खुलासा हुआ है पुलिस अधीक्षक ने एक हवलदार सहित दो सिपाहियों को दोषी मानते हुए तत्काल निलंबित किया और जॉच का जिम्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपा है।पंडरिया पुलिस अनुविभाग के पांडातराई पुलिस थाना मे 16 लाख रुपये के गबन के मामले का खुलासा होते ही जिला पुलिस हरकत मे आ गई मामले की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस अधीक्षक डी रविशंकर ने मालमुंशी रत्नेश सिंह तथा दो आरक्षक अजय यादव,शालिकराम बंजारे को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है तथा मामले की संपूर्ण जॉच की जिम्मेदारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर को सौंपा है। मामले का खुलासा तब हुआ जब 23- 24 अप्रेल को ड्यूटी मे तैनात कर्मचारियों मे दूसरे कर्मचारियों को प्रभार सौंपा तब लगभग 16 लाख रुपये मालखाने मे कम मिले जिसकी सुचना थाना प्रभारी को दी गई जो अपने वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की सुचना दी।
थाने मे कहां से आया पैसा - सरकार के नयी शराब नीति के तहत अब सरकार ही कार्पोरेशन के माध्यम से गांव गांव मे शराब दूकान संचालित हो रही है। इनके पास प्रतिदिन शराब बिक्री के पैसे रखने की व्यवस्था न होने के कारण संबंधित पुलिस थाना को सुरक्षित मानते हुए थानेदार के नेतृत्व मे यह पैसा पुलिस थाना मे जमा कराया जा रहा है यही पैसा पांडातराई पुलिस थाना से लगभग 16 लाख रुपये पुलिसकर्मी ही आपस मे मिलकर गबन कर दिये, जब पुलिस थाना मे ही पैसे सुरक्षित नही है तो पुरा गांव शहर कैसे सुरक्षित होगा यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।
बैंक नही दे पा रही है व्यवस्था - आबकारी इंस्पेक्टर रवि पाठक ने बताया कि शराब बिक्री की राशि प्रतिदिन बैंक मे जमा करने के लिए एक्सीस बैंक को अधिकृत किया गया है लेकिन बैंक द्वारा अब तक कोई व्यवस्था नही बनाई गयी है इसलिए पुलिस थानो मे पैसा जमा कराया जा रहा है।
जॉच का जिम्मा मिला है - अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर ने बताया कि पांडातराई पुलिस थाना मे 16 लाख रुपये के गबन के मामले मे पुलिस अधीक्षक डी रविशंकर ने दिया है मै जॉच शुरु कर दिया हूं।
नही उठा रहे एसपी फोन - जिला पुलिस अधीक्षक पांडातराई पुलिस थाने मे हुए 16 लाख रुपये के गबन के मामले मे पुलिस की छवि पर लगे दाग को छुपाने मे लगे हुए है देशबंधु ने अनेको बार उनको फोन किया लेकिन इस मामले मे वो कोई फोन नही उठा रहे है वहीं दूसरी ओर पांडातराई थाना प्रभारी ने मामले की पुष्टि की है तथा अब तक की कार्रवाई की जानकारी दी है।
पुलिस पर कैसे करे भरोसा - छग राज्य बनने के बाद से जिला पुलिस की करतुत पुरे पुलिस के महकमे को समय समय पर शर्मसार करते रही है जॉच के नाम पर कभी कवर्धा पुलिस बलदाउ कौशिक हत्याकांड कर बैठती है तो पिपरिया पुलिस बन्नू सतनामी हत्याकांड करती ह ैअब तो हद हो गयी है सरकारी शराब बिक्री के लगभग 16 लाख रुपये की गबन का आरोप पांडातराई पुलिस झेल रही है। पुलिस अधीक्षक भले ही इस मामले मे तीन लोगो को निलंबित कर दिया हो लेकिन बात यहीं नही थमती है। मामला तो विश्वास का है हत्या के बाद अब रुपये गबन का आरोप जिला पुलिस पर लगा है आखिर जनता किस पर भरोसा करे खासतौर पर पुलिस पर कैसे करे क्योकि दागदार छवि लेकर कम्युनिटी पुलिसिंग का दावा कैसे सफल होगा। यही कहा जा सकता है जिला पुलिस के लिए रमन राज मे राम राखे।


