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कश्मीरियों को पीएम मोदी से शांति व समृद्धि के उपहार की उम्मीद

कश्मीर घाटी के लोग गुरुवार को यहां पहुंच रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शांति व समृद्धि के उपहार की उम्मीद कर रहे हैं

कश्मीरियों को पीएम मोदी से शांति व समृद्धि के उपहार की उम्मीद
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श्रीनगर। कश्मीर घाटी के लोग गुरुवार को यहां पहुंच रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शांति व समृद्धि के उपहार की उम्मीद कर रहे हैं।

दूर-दूर से लोग श्रीनगर पहुंच रहे हैं। सुबह की ठंड के बावजूद दिन की पहली किरण के साथ ही लोगों के यहां आने से शहर जीवंत हो उठा है।

प्रधानमंत्री मोदी की एक झलक पाने के लिए उरी, बारामूला, कुपवाड़ा, हंदवाड़ा, लोलाब, तंगमर्ग, बांदीपोरा, कंगन, गांदरबल, कोकरनाग, अचबल, पहलगाम, खानसाहिब, बीरवाह, चदूरा, अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा और दो दर्जन से अधिक अन्य स्थानों से लोग बसों और निजी वाहनों से यहां पहुंच रहे हैं।

यातायात विभाग और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने प्रधानमंत्री मोदी के सभा स्थल बख्शी स्टेडियम तक लोगों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए एडवाइजरी जारी की है।

बीजेपी की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रविंदर रैना ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें रैली में 2 लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।

बारामूला जिले के रफियाबाद इलाके से आए 41 साल के नजीर अहमद कश्मीर में अनिश्चितता और अराजकता को समाप्त करने वाले पीएम मोदी को देखने के लिए उत्सुक हैं।

उन्होंने कहा,"मेरे बच्चे पत्थरबाजों के डर के बिना स्कूल जाते हैं। मैं अपने सेब के बगीचे में सामान्य रूप से काम करता हूं। मेरी पत्नी मेरे और बच्चों के सुरक्षित घर लौटने के डर के बिना घर का काम करती है, यह प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा ही संभव हुआ, जिन्हें मैं आज देखने और सुनने आया हूं।''

व्यवसायी, शिक्षाविद, ट्रांसपोर्टर, हाउसबोट मालिक, शिकारावाले, किसान, बागवान, सरकारी कर्मचारी, छोटी औद्योगिक इकाई के उद्यमी और होटल व्यवसायी, हर कोई प्रधानमंत्री से उपहार की उम्मीद कर रहा है।

श्रीनगर शहर में खुदरा दुकान चलाने वाले 47 वर्षीय सज्जाद अहमद ने कहा, "हम उम्मीद कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी हमें बेहतर जीवन जीने में मदद करेंगे, कश्मीर को उनसे बड़ी उम्मीद है।"

प्रधान मंत्री की सभा में भाग लेने पहुंचे अधिकांश लोगों को उम्मीद है कि वे कुछ अच्छी खबर लेकर घर लौटेंगे।

सीमावर्ती शहर उरी के 38 वर्षीय शकील लोन मुख्य रूप से नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब के क्षेत्रों में शांति को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा, "सीमा पर शांति मेरी पहली प्राथमिकता है। मेरा परिवार, मेरा घर और सब कुछ नियंत्रण रेखा पर शांति और सामान्य स्थिति पर निर्भर है। प्रधान मंत्री मोदी वह व्यक्ति हैं, जो मेरे परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।"

आतिथ्य क्षेत्र में काम करने वाले होटल, टैक्सी ऑपरेटर, हाउसबोट मालिक और गेस्ट हाउस मालिक यह सुनकर उत्साहित हैं कि प्रधानमंत्री पर्यटन उद्योग के लिए पैकेज की घोषणा करने जा रहे हैं।

56 वर्षीय होटल मालिक गौहर ने कहा,"पिछले साल हमारे यहां पर्यटकों की संख्या में उछाल आया था। हमें उम्मीद है कि इस साल और भी बड़ी संख्या में लोग घाटी का दौरा करेंगे। पर्यटन को मौजूदा समय की तुलना में बेहतर और बड़े बुनियादी ढांचे की जरूरत है। हमें ऐसा करने के लिए प्रोत्साहन की जरूरत है। मुझे यकीन है कि पीएम मोदी कश्मीर के पर्यटन को बढ़ते हुए देखना पसंद करते हैं। ऐसा होने के लिए, हमें उनके संरक्षण की आवश्यकता है।''

जल शक्ति विभाग में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी 39 वर्षीय इमरान फ़िदा भट्ट हजारों अन्य लोगों की तरह अपनी सेवाओं के नियमित होने का इंतजार कर रहे हैं।

उन्होंने कहा,जम्मू-कश्मीर में हम 63,000 परिवार हैं। हमने अपने जीवन के सर्वश्रेष्ठ वर्ष विभाग को दिए हैं। पिछली सभी सरकारों ने हमारी सेवाओं को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन अभी तक किसी ने भी ऐसा नहीं किया है, प्रधानमंत्री मोदी हमारे लिए कुछ सकरात्मक कर सकते हैं। 'मोदी है तो मुमकिन है'।

इमरान ने अपनी कहानी सुनाते हुए कहा, "हमारी सारी उम्मीदें पीएम मोदी पर टिकी हैं।"

पुलिस ने बख्शी स्टेडियम और उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है।

प्रधानमंत्री की सभा में भाग लेने वाले लोगों को अचूक सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है।


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