कश्मीर मुद्दे पर चर्चा कर हल निकालना चाहिए : रामजेठ मलानी
शारदा यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लॉ में दिन तीन तक चलने वाले तीसरे आनंद स्वरुप गुप्ता मेमोरियल राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगता का शुभारंभ हुआ

ग्रेटर नोएडा। शारदा यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लॉ में दिन तीन तक चलने वाले तीसरे आनंद स्वरुप गुप्ता मेमोरियल राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगता का शुभारंभ हुआ। इस प्रतियोगिता में सौ से अधिक देश के भिन्न-भिन्न भागों से आये हुए प्रतियोगी भाग ले रहे हैं।
पहले दिन मुख्य अतिथि राम जेठमलानी, संसद सदस्य (राज्य सभा) वरिष्ठ वकील व चीफ जस्टिस राकेश तिवारी, कलकत्ता हाईकोर्ट थे। उनके अतिरिक्त दिल्ली तथा आस-पास के कई लॉ कॉलेजों के छात्र एवं शिक्षक उपस्थित थे। शारदा विश्वविद्यालय के चांसलर पीके. गुप्ता, कुलपति डॉ. बीएस. पवार, प्रतिकुलपति रंजीत गोस्वामी, डीन एवं लॉ कॉलेज के अन्य शिक्षक तथा छात्र भारी संख्या में उपस्थित थे। विवि के चांसलर पीके. गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि आज युवाओं को रामजेठमलानी से सीख लेना चाहिए की किस तरह उन्होंने अपने कर्म के आगे उम्र को पीछे छोड़ दिया है। आप युवाओं के लिए प्रेरणा हैं।
आप ऐसी ही हमारे लॉ के विद्यार्थियों को मार्गदर्शन करते रहेंगे तो जल्दी ही नया कई जेठमलानी तैयार होंगे। मुख्य अतिथि राम जेठमलानी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि न्यायालय में वर्तमान मुद्दे, जिसमें कश्मीर भी एक है पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि मुझे कश्मीर के भविष्य में दिलचस्पी है यह मेरी इच्छा है कि कश्मीर मुद्दे को हल निकलना चाहिए। जम्मू और कश्मीर भारत का एकमात्र राज्य है जिसमें स्वयं का संविधान है जिसने जो भी विधानसभा में फैसला लिया गया उसे भारतीय संविधान ने स्वीकार कर लिया।
इसके बाद चीफ जस्टिस राकेश तिवारी ने अपने विचार रखे और कहा की हमें अभी आचार विचार और नैतिकता सीखना है और न्यायालय में कैसे व्यवहार करना है भी सीखना है। भविष्य के विधि छात्रों को संयम बरतना सीखना होगा।


