बिहार में चुनाव को लेकर सभी दलों की 'जरूरत' बने कर्पूरी ठाकुर
लोकसभा चुनाव में इस बार सभी दलों के लिए पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर 'जरूरत' बनते नजर आ रहे हैं

पटना। लोकसभा चुनाव में इस बार सभी दलों के लिए पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर 'जरूरत' बनते नजर आ रहे हैं। वैसे, कहा जा रहा है कि सबकी नजर अति पिछड़े जातियों के वोटबैंक पर है, यही कारण है कि सभी दलों की नजर पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर पर है और सभी दलों का एजेंडा कर्पूरी ठाकुर बने हुए हैं।
सत्ताधारी दल जदयू और राजद ने कर्पूरी जयंती को लेकर गांवों तक पहुंचने की योजना बनायी है। भाजपा ने 24 जनवरी को पटना में कर्पूरी जयंती मनाने का फैसला लिया है। इस दिन सभी जिलों में कर्पूरी ठाकुर जयंती मनाई जाएगी। जदयू पिछले अगस्त महीने से ही ग्रामीण इलाको में कर्पूरी चर्चा चला रही है। इसमें नीतीश सरकार द्वारा अतिपिछड़ी जातियों के कल्याण के लिए चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी जा रही है।
जाति गणना और उसकी रिपोर्ट के आधार पर पिछड़े- अति पिछड़ों के लिए आरक्षण का दायरा बढ़ाये जाने के सरकार के फैसले को लेकर जदयू अति पिछड़ों के बीच है।
जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन कहते हैं कि पार्टी 24 जनवरी को पटना में जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती के मौके पर बड़ा कार्यक्रम करने जा रही है। कर्पूरी ठाकुर देश के उन चुनिंदा नेताओं में से एक थे, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन गरीबों, वंचितों की सेवा में अर्पित कर दिया। उनके सेवाभाव के कारण ही समाज के हर जाति, हर वर्ग में आज भी उनके प्रशंसक विद्यमान हैं, इसीलिए उन्हें 'जननायक' भी कहा जाता है।
राष्ट्रीय जनता दल की ओर से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर का जन्मशताब्दी समारोह 24 जनवरी को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में मनाया जाएगा।
इस अवसर पर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव सहित राजद के अन्य वरिष्ठ नेतागण सहित पूरे राज्य भर के पार्टी के नेता कार्यकर्ता और कर्पूरी ठाकुर के विचारों पर चलने वाले समारोह में शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह करेंगे।


