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कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, रायचूर में एम्स स्थापित करने की मांग

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर राज्य में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना हेतु तुरंत हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, रायचूर में एम्स स्थापित करने की मांग
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बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर राज्य में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना हेतु तुरंत हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए पत्र में कहा कि कर्नाटक में एम्स स्थापित करने की मांग लंबे समय से लंबित है और अब इसे प्राथमिकता पर मंजूरी दी जानी चाहिए।

सीएम सिद्धारमैया ने बताया कि विस्तृत अध्ययन और कई संभावित स्थानों के मूल्यांकन के बाद राज्य सरकार ने रायचूर जिले को एम्स के लिए सबसे उपयुक्त स्थान के रूप में चिन्हित किया है। उन्होंने कहा कि रायचूर कर्नाटक का एक आकांक्षी जिला है, जो स्वास्थ्य, शिक्षा और प्रति व्यक्ति आय के मामले में अभी भी पिछड़ा हुआ है। यह क्षेत्र अभी विकास के शुरुआती चरणों में है।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में यह अन्य जिलों की तुलना में काफी पीछे है। यहां एससी/एसटी और पिछड़े वर्गों की जनसंख्या अधिक है, ऐसे में एक उच्च स्तरीय मेडिकल रेफरल सेंटर की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण है।

मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि कर्नाटक सरकार पहले ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को रायचूर में एम्स स्थापित करने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) भेज चुकी है। राज्य सरकार ने स्वास्थ्य ढांचे को सुधारने के लिए पहले से कई कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि रायचूर में नया सरकारी मेडिकल कॉलेज और एक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल स्थापित किया गया है, जिससे यहां एम्स जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थान के लिए आवश्यक चिकित्सा और प्रशासनिक ढांचा तैयार है।

उन्होंने आगे कहा कि रायचूर में एम्स खुलने से न केवल रायचूर, बल्कि यदगीर, बल्लारी, कोप्पल, कलबुर्गी और बीदर जैसे जिलों की बड़ी आबादी को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। इसके अलावा, इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और सामाजिक-आर्थिक विकास में तेजी आएगी। साथ ही, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं और मेडिकल शिक्षा के विकेंद्रीकरण में भी सहायता मिलेगी।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विश्वास जताया कि पीएम मोदी इस अनुरोध को सकारात्मक रूप से स्वीकार करेंगे और कल्याण कर्नाटक क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा के एक नए युग की शुरुआत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।


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