Top
Begin typing your search above and press return to search.

कर्नाटक पीएसआई भर्ती घोटाला : कोर्ट ने दिव्या हागरागी, 25 अन्य को जमानत दी

एक बड़े घटनाक्रम में कलबुरगी सत्र अदालत ने गुरुवार को सनसनीखेज पीएसआई भर्ती घोटाले के सिलसिले में कथित सरगना भाजपा नेता दिव्या हागरागी और 25 अन्य को जमानत दे दी

कर्नाटक पीएसआई भर्ती घोटाला : कोर्ट ने दिव्या हागरागी, 25 अन्य को जमानत दी
X

बेंगलुरू। एक बड़े घटनाक्रम में कलबुरगी सत्र अदालत ने गुरुवार को सनसनीखेज पीएसआई भर्ती घोटाले के सिलसिले में कथित सरगना भाजपा नेता दिव्या हागरागी और 25 अन्य को जमानत दे दी। न्यायाधीश के.बी. पाटिल ने हागरागी, अन्य मुख्य आरोपी मंजूनाथ मेलाकुंडी और पुलिस उपाधीक्षक मल्लिकार्जुन और अन्य को जमानत देने का आदेश दिया।

अदालत ने मामले में अब तक 36 आरोपियों को जमानत दी है। गुरुवार को जमानत पाने वालों में आठ अभ्यर्थी, पांच परीक्षा निरीक्षक और तीन पुलिसकर्मी शामिल हैं। घोटाला सामने आने के बाद कर्नाटक सरकार ने पीएसआई के 545 पदों पर दोबारा परीक्षा कराने की घोषणा की थी। इन पदों के लिए 3 अक्टूबर, 2021 को परीक्षा आयोजित की गई थी और 54,041 उम्मीदवार शामिल हुए थे। परिणाम जनवरी, 2022 में घोषित किए गए थे।

बाद में आरोप सामने आए कि वर्णनात्मक लेखन (डिस्क्रिप्टिव राइटिंग) में खराब प्रदर्शन करने वाले उम्मीदवारों को पेपर 2 में अधिकतम अंक दिए गए। हालांकि, पुलिस विभाग और गृह मंत्री ने पीएसआई परीक्षा में किसी भी तरह की अनियमितता से इनकार किया।

उम्मीदवारों में से एक ने अधिक अंक पाने वाले उम्मीदवार की ओएमआर शीट पर जानकारी मांगने के लिए आरटीआई आवेदन दायर किया। हालांकि आवेदन खारिज कर दिया गया था, लेकिन उम्मीदवार की ओएमआर शीट सार्वजनिक डोमेन में दिखाई गई। पुलिस सूत्रों ने कहा कि उम्मीदवार वीरेश ने पेपर 2 में केवल 21 प्रश्न किए थे, लेकिन उसे 100 अंक मिले थे। उन्हें 7वीं रैंक दी गई थी।

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 545 उम्मीदवारों में से 300 से अधिक ने पीएसआई बनने के लिए अधिकारियों और मंत्रियों को 70 से 80 लाख रुपये की रिश्वत दी थी। सरकार ने आगे की जांच के लिए मामला सीआईडी को सौंप दिया था। आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के अधिकारियों ने सनसनीखेज पुलिस सब-इंस्पेक्टर भर्ती घोटाले के सिलसिले में 34 आरोपियों के खिलाफ अदालत में 1,975 पन्नों की चार्जशीट पेश की है।

पीएसआई भर्ती घोटाले ने राष्ट्रीय समाचार पत्रों में खूब सुर्खियां बटौरी, क्योंकि सीआईडी के अधिकारियों ने अतिरिक्त डीजीपी रैंक के ऑन-ड्यूटी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमृत पॉल को गिरफ्तार किया था। घटनाक्रम के बाद सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया। चार्जशीट थर्ड जेएमएफसी (फस्र्ट क्लास ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट) कोर्ट में पेश की गई है। चार्जशीट में भाजपा नेता दिव्या हागरागी और ज्ञान ज्योति इंग्लिश मीडियम स्कूल परीक्षा केंद्र में हुई अवैध गतिविधियों के खिलाफ आरोप शामिल हैं। स्कूल की मालकिन दिव्या हागरागी है।

जांचकर्ताओं ने भाजपा नेता दिव्या हागरागी, उनके पति राजेश हागरागी, अफजलपुर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष महंतेश पाटिल और उनके भाई आरडी पाटिल को गिरफ्तार किया था, जो कथित रूप से कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के करीबी हैं, इनके अलावा सर्कल पुलिस इंस्पेक्टर आनंद मेत्री, डीवाईएसपी मल्लिकार्जुन साली, सिंचाई विभाग से जुड़े इंजीनियर मंजुनाथ मेलाकुंडी और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमृत पॉल भी आरोपियों में शामिल थे।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it