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कर्नाटक चुनाव : मतदान 12 मई को, 15 मई को होगी मतगणना

चुनाव आयोग ने मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा कर दी। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 12 मई को होगा

कर्नाटक चुनाव : मतदान 12 मई को, 15 मई को होगी मतगणना
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नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा कर दी। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 12 मई को होगा। चुनाव एक ही चरण में होंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओ.पी.रावत ने संवाददाताओं से कहा, "चुनाव के नतीजों की घोषणा 15 मई को की जाएगी।"

उन्होंने कहा कि अधिसूचना की तारीख 17 अप्रैल है और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 24 अप्रैल है। नामंकन पत्रों की जांच 25 अप्रैल को होगी और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 27 अप्रैल है।

कर्नाटक विधानसभा में 224 सीटें हैं। विधानसभा का कार्यकाल 28 मई को समाप्त हो रहा है। वर्तमान में कांग्रेस राज्य की सत्ता में है। कांग्रेस के पास 122 व भाजपा के पास 43 सीटें हैं।

भाजपा कर्नाटक को दक्षिण के प्रवेशद्वार के तौर पर देख रही है, जहां वह अपने आधार को बढ़ाना और 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लोकसभा सीटों के लिए अपनी जड़ें जमाना चाहती है। भाजपा यहां 2008 से 2013 तक सत्ता में रही थी।

कांग्रेस ने मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश कर रही है।

मुख्य चुनाव आयुक्त रावत के चुनाव की तिथि और मतगणना की घोषणा करने से कुछ देर पहले ही भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने मतदान और मतगणना की तिथि के संबंध में ट्वीट कर दिया, जिससे विवाद उत्पन्न हो गया।

मीडिया की ओर से चुनाव की तिथि लीक होने के संबंध में पूछे जाने पर रावत ने मालवीय के ट्वीट को 'अटकलबाजी' कहकर खारिज कर दिया, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि आयोग मामले की जांच करेगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा, "लोग अटकलबाजी कर सकते हैं। आप अटकलबाजी को नहीं रोक सकते। मुझे तारीखों की घोषणा करने दीजिए और देखते हैं क्या वह समान हैं.. लेकिन कुछ चीजें लीक संभवत: लीक हुई हैं, जिसपर चुनाव आयोग उचित कार्रवाई करेगा।"

जैसे ही उन्होंने चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा की, पता चला कि मालवीय ने भी चुनाव की तिथि 12 मई ही बताई थी। हांलाकि उनके द्वारा बताई गई मतगणना की तारीख अलग थी।

उन्होंने कहा, "निश्चिय ही, इसकी जांच की जाएगी और जांच के बाद जिम्मेदारी तय की जाएगी। कानूनी और प्रशासकीय दृष्टि से जो भी कार्रवाई उचित होगी, वह की जाएगी। आप निश्चिंत रहें।"

मालवीय ने हालांकि चुनाव आयोग को पत्र लिखकर स्पष्ट किया है कि उन्होंने एक समाचार चैनल से यह जानकारी ली थी और उन्होंने साथ ही रिपोर्ट की स्क्रीनशॉट्स को भी संलग्न किया।

यह भी सामने आया है कि कांग्रेस पार्टी की कर्नाटक इकाई के मीडिया प्रभारी श्रीवत्स ने भी मालवीय के ट्वीट के समय ही ट्वीट किया था। उन्होंने पूर्वाह्न् 11: 08 बजे ट्वीट किया और चुनाव आयोग ने 11:20 बजे चुनाव की तारीख की घोषणा की।

उन्होंने कहा कि राज्य में तत्काल प्रभाव से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है, जो केंद्र सरकार के लिए भी लागू होगी।

रावत ने कहा कि कर्नाटक में मतदान के लिए ईवीएम मशीनों के साथ वीवीपैट मशीनें भी लगाई जाएंगी।

रावत ने कहा, "कर्नाटक के सभी 224 विधानसभा क्षेत्र में 56,696 मतदान केंद्रों पर ईवीएम के साथ वीवीपैट लगाए जाएंगे। कंट्रोल यूनिट से प्राप्त नतीजों के सत्यापन के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के एक मतदाता केंद्र से वीवीपैट पेपर स्लिप चुनकर गिने जाएंगे।"

उन्होंने कहा कि राज्य में उम्मीदवारों के खर्च की अधिकतम सीमा 28 लाख रुपये तय की गई है, लेकिन राजनीतिक पार्टियों के लिए खर्च की कोई सीमा तय नहीं की गई है।

उन्होंने कहा, "ऐसा पहली बार हो रहा है कि सभी विधानसभा क्षेत्र में महिलाओं द्वारा नियंत्रित एक मतदान केंद्र बनाए जाएगा, जहां पुलिस, सुरक्षाकर्मी से लेकर सभी कर्मचारी महिलाएं होंगी।"

रावत ने इसके साथ ही राजनीतिक पार्टियों और उम्मीदवारों के एप द्वारा मतदाताओं के डेटा संकलन के संबंध पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि कोई भी दुरुपयोग के डर से आधुनिक तकनीक का उपयोग बंद नहीं कर सकता।

उन्होंने कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी पेशेवरों से सोशल मीडिया पर दुर्भावनापूर्ण, विभाजनकारी चुनाव अभियान से संबंधित डेटा इत्यादि के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए मदद करने का आग्रह किया।

कर्नाटक उन आठ राज्यों में से एक है, जहां इस साल चुनाव होने हैं। बीते महीने पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में चुनाव हुए थे।


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