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कर्नाटक ने बाढ़ राहत के लिए 3,000 करोड़ रुपये के पैकेज की मांग की

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने केंद्र सरकार से उत्तर-पश्चिम और तटीय क्षेत्रों में राज्य के 14 बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत कार्यो के लिए 3,000 करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग की

कर्नाटक ने बाढ़ राहत के लिए 3,000 करोड़ रुपये के पैकेज की मांग की
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बेंगलुरू। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने शनिवार को केंद्र सरकार से उत्तर-पश्चिम और तटीय क्षेत्रों में राज्य के 14 बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत कार्यो के लिए 3,000 करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग की है, जो एक अगस्त से ही भारी मॉनसूनी बारिश और तूफान से प्रभावित है।

येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा, "मैंने राहत कार्यो के लिए 3,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता की मांग की है। उत्तर-पश्चिम, मध्य और तटीय क्षेत्रों में राज्य के 14 जिलों में भारी मॉनसूनी बारिश और बाढ़ से पिछले 10 दिनों के दौरान 24 लोगों की मौत हुई है और लगभग 14,000 मकानों को नुकसान पहुंचा है।"

राज्य सरकार ने प्रभावित जिलों में बचाव और राहत कार्यो के लिए पिछले 2-3 दिनों में 100 करोड़ रुपये जारी किए हैं।

प्रभावित जिलों में स्थिति की समीक्षा करने के बाद, मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ और भूस्खलन ने 24 लोगों की जान ली है, जबकि 2,35,105 लोगों को निकाल कर सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाया गया।

येदियुरप्पा ने कहा, "प्रभावित क्षेत्रों में 624 राहत शिविरों में शरण लेने वाले 1,57,498 लोगों को पीने का पानी, भोजन, दवाइयां, कपड़े, कंबल और अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं और उनके क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत की जा रही है।"

प्रभावित जिलों में लगातार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क, राजमार्ग, सरकारी इमारतें, बिजली के खंभे, ट्रांसफार्मर और अन्य बुनियादी सुविधाओं सहित सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।

येदियुरप्पा ने कहा, "क्षतिग्रस्त सड़कों और राजमार्गो की लंबाई 2,450 किमी है और 1,427 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है, क्योंकि 530 पुल और 56 सार्वजनिक भवन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।"

येदियुरप्पा ने कहा कि 3,22,448 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान हुआ है और किसानों को राज्य और केंद्रीय कृषि बीमा योजना के तहत मुआवजा दिया जाएगा।

येदियुरप्पा ने कहा, "हालांकि 44,013 मवेशियों को भी बाहर निकाला गया और आश्रय प्रदान किया गया, लेकिन 222 पशुधन बाढ़ में मारे गए।"

राज्य के 14 प्रभावित जिले - बगलकोट, बेलागवी, बीजापुर (विजयपुरा), चिकमंगलूरु, दक्षिण कन्नड़, धारवाड़, गडग, हासन, हुबली, कोडागू, मैसूर, शिवमोगा, उडुपी और उत्तर कन्नड़ हैं।


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