Top
Begin typing your search above and press return to search.

पीएम के सामने 'पप्पी' हैं कर्नाटक के मुख्यमंत्री : सिद्दारमैया

कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है

पीएम के सामने पप्पी हैं कर्नाटक के मुख्यमंत्री : सिद्दारमैया
X

बेंगलुरू। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने 'पप्पी' की तरह हैं।

सिद्दारमैया के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बोम्मई ने बुधवार को कहा कि उनके द्वारा शब्दों का चयन उनके व्यक्तित्व को दर्शाता है। मुझे यह कहलाने में कोई आपत्ति नहीं है। मैं लोगों के लिए निष्ठा से काम कर रहा हूं। रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस नेता सिद्दारमैया ने विजयनगर जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बोम्मई पर यह कहकर तंज कसा था कि वह पीएम मोदी के सामने कांपते हैं।

कांग्रेस नेता ने बोम्मई को केंद्र सरकार द्वारा राज्य के लंबित बकाये को मंजूरी देने की भी चुनौती दी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर आप (बोम्मई) में हिम्मत और ताकत है, तो आप पीएम मोदी के सामने पप्पी की तरह क्यों हैं?

सिद्दारमैया ने राज्य को अनुदान देने से इनकार करने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण पर भी तंज कसा था। 15वें वित्त आयोग की अंतरिम रिपोर्ट ने कर्नाटक को विशेष अनुदान के रूप में 5,495 करोड़ रुपये देने की सिफारिश की थी। लेकिन निर्मला सीतारमण ने अनुमति देने से इनकार कर दिया और आयोग से अपनी अंतिम रिपोर्ट से सिफारिश को हटाने के लिए कहा। राज्य से भाजपा के 25 सांसद हैं। सिद्धारमैया ने कहा कि अगर बोम्मई में ताकत और हिम्मत होती तो उन्हें केंद्र से कर्नाटक के लिए 5,495 करोड़ रुपये का अनुदान मिलना चाहिए था।

बोम्मई ने कांग्रेस नेता के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोग सिद्धारमैया को चुनावों में करारा जवाब देंगे। पप्पी (पिल्ला) ऐसे जानवर हैं जो अपनी वफादारी के लिए जाने जाते हैं। मैं इस गुण को अपनाता हूं और लोगों के लिए वफादारी से काम करता हूं।

आगे कहा कि मैं समाज को विभाजित करने में शामिल नहीं हो सकता जैसे सिद्धारमैया ने किया। वह लोकप्रिय योजनाओं के नाम पर बदहाली लाए, हमने ऐसा नहीं किया है। सिद्धारमैया डर की वजह से तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का सामना करने कभी नहीं गए थे। वह राज्य के लिए कोई धन प्राप्त करने में सक्षम नहीं थे। बोम्मई ने कहा कि उनके द्वारा राज्य के लिए कोई योगदान नहीं है। उन्होंने मोदी की तुलना 'कामधेनु' से की और केंद्र सरकार द्वारा आवंटित परियोजनाओं को सूचीबद्ध किया।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it