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कर्नाटक : भाजपा को एक और झटका, कांग्रेस ने जयनगर विधानसभा सीट जीती

कर्नाटक में सत्तारूढ़ गठबंधन में साझेदार कांग्रेस ने बेंगलुरू की जयनगर विधानसभा सीट बुधवार को जीत ली

कर्नाटक : भाजपा को एक और झटका, कांग्रेस ने जयनगर विधानसभा सीट जीती
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बेंगलुरू। कर्नाटक में सत्तारूढ़ गठबंधन में साझेदार कांग्रेस ने बेंगलुरू की जयनगर विधानसभा सीट बुधवार को जीत ली। कांग्रेस की सौम्या रेड्डी ने भारतीय जनता पार्टी के अपने निकतम प्रतिद्वंद्वी को 2,889 मतों के कम अंतर से हराया। निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "कुल 1,11,580 मतों में से, सौम्या को कुल 54,457, जबकि भाजपा के बी.एन. प्रह्लाद को 51,568 मत मिले।

भाजपा उम्मीदवार बी.एन. विजय कुमार के निधन के बाद 12 मई को इस सीट पर चुनाव रद्द कर दिया गया था। उनका चार मई को निधन हो गया था। इसके बाद इस सीट पर बीते सोमवार को मतदान हुआ था।

भाजपा ने विजय कुमार के छोटे भाई बी.एन. प्रह्लाद को इस सीट पर उम्मीदवार बनाया था। सौम्या कांग्रेस नेता व पूर्व गृह राज्य मंत्री रामलिंगा रेड्डी की बेटी हैं।

कांग्रेस के समर्थन में जनता दल (सेकुलर) ने अपने उम्मीदवार कालोगौड़ा को चुनावी मैदान से हटा लिए थे, जिससे सौम्या के लिए प्रह्लाद और 17 अन्य उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ना आसान हो गया।

इस जीत के बाद रामलिंगा रेड्डी के निवास पर जश्न मनाया गया। कार्यकर्ताओं ने पटाखे जलाकर अपनी खुशी जताई। सौम्या ने कहा कि यह जीत सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जीत है।

सौम्या ने पत्रकारों से कहा, "यह सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और मेरे पिता (रामलिंगा रेड्डी) के मार्गदर्शन की सामूहिक जीत है।"

अधिकार कार्यकर्ता और भारतीय पशु कल्याण बोर्ड की पूर्व सदस्य सौम्या कांग्रेस की राज्य इकाई की युवा व महिला प्रकोष्ठ की सदस्य है।

सौम्या बेंगलुरू की 28 विधानसभा सीटों में एकमात्र महिला विधायक हैं और पहली बार निर्वाचित राज्य की सबसे युवा विधायक हैं।

सौम्या की जीत के बाद, 225 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास अब पांच महिला विधायक हो गई हैं। वहीं इस विधानसभा में भाजपा की तीन महिला विधायक हैं, जबकि जद (एस) की एक भी महिला विधायक नहीं है।

रेड्डी के घर के पास जबरदस्त माहौल था, जबकि भाजपा की राज्य इकाई का कार्यालय सुनसान पड़ा हुआ था।

प्रह्लाद ने कहा कि हार के बावजूद वह अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए काम करते रहेंगे।

उन्होंने ट्वीट किया, "लोकतंत्र में हार और जीत लगी रहती है। हार आपको और मजबूत होने का अवसर प्रदान करता है। मैं खुद और भाजपा लगातार जयनगर में लोगों के लिए काम करते रहेंगे। हम फिर से उठ खड़े होंगे। कांग्रेस और सौम्या रेड्डी को शुभकामना।"

चुनाव विश्लेषकों के मुताबिक, सौम्या की जीत युवा मतदाताओं से उनके जुड़ाव की वजह से हुई है।

एक चुनाव विश्लेषक ने आईएएनएस से कहा, "वह इसलिए जीतीं, क्योंकि कई नए और युवा मतदाता ने उन्हें वोट दिया और जद (एस) के चुनाव मैदान से हटने की वजह से उनको फायदा मिला, क्योंकि धर्मनिरपेक्ष वोटों का बंटवारा नहीं हुआ।"

31 मई को बेंगलुरू दक्षिणपश्चिम की राज राजेश्वरी नगर की सीट और जयनगर से जीत हासिल करने के बाद राज्य विधानसभा में कांग्रेस उम्मीदवारों की संख्या अब 80 हो गई। जद(एस) के पास 36, भाजपा के 104 विधायक हैं। बेंगलुरू में कांग्रेस के पास 15, भाजपा के पास 11 और जद(एस) के पास दो सीटें हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और पार्टी के अन्य नेताओं ने सौम्या को उनकी जीत के लिए बधाई दी।

केंद्रीय मंत्री और बेंगलुरू दक्षिण से भाजपा के लोकसभा सदस्य अनंत कुमार ने कहा कि पार्टी कांग्रेस और जद(एस) के अंतिम क्षणों में अपवित्र गठबंधन करने के बावजूद विनम्रतापूर्वक फैसले को स्वीकार करेगी।

उन्होंने परिणाम घोषित होने के कुछ घंटों बाद ट्वीट किया, "मैं इस विश्वास के लिए मतदाताओं का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। इस अप्रत्याशित हार की घड़ी में, मैं हमारे उम्मीदवार(प्रह्लाद) और हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं से दूर हूं, क्योंकि मैं एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक के लिए दिल्ली में हूं।"


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