कानपुर आतंकी मॉड्यूल का कारतूस सप्लायर गिरफ्तार
लखनऊ/कानपुर ! उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की टीम ने आतंकियों को कारतूस सप्लाई करने वाले एक शख्स को कानपुर से गिरफ्तार किया है।

लखनऊ/कानपुर ! उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की टीम ने आतंकियों को कारतूस सप्लाई करने वाले एक शख्स को कानपुर से गिरफ्तार किया है। राघवेंद्र सिंह चौहान नाम के इस शख्स की कानपुर में आर्म्स एंड एम्यूनिशन के नाम से दुकान है। राघवेंद्र का नाम पूर्व में गिरफ्तार हुए गिरोह के सदस्यों से हुई पूछताछ में संदेह के घेरे में आया था।
राघवेंद्र का नाम मध्य प्रदेश में हुए ट्रेन बम विस्फोट में पकड़े गए आतंकियों से जोड़कर देखा जा रहा है। एटीएस इस मामले की जांच कर रही है कि आतंकियों को इतनी बड़ी संख्या में कारतूस कहां से प्राप्त हुए।
उप्र के एटीएस आईजी असीम अरुण के निर्देश पर एटीएस की टीम ने सूचनाओं के आधार पर राघवेंद्र की गीता नगर स्थित दुकान की मंगलवार को चेकिंग की गई तो पाया गया कि इसके द्वारा बड़ा घपला किया गया है। चौहान ने खन्ना गन हाउस और सेवा गन हाउस शस्त्र विक्रेताओं से कारतूस की खरीद तो की, लेकिन अपने स्टॉक रजिस्टर में दाखिल नहीं किए और अवैध रूप से खपा दिए।
राघवेंद्र की दुकान से जिलाधिकारी कानपुर, अपर जिलाधिकारी कानपुर की नकली मोहर, चिकित्साधिकारी बिलहौर, विभिन्न गन हाउस व शिक्षण संस्थाओं की नकली मोहरें बरामद की गई हैं।
अवैधानिक रूप से कारतूसों के सप्लाई के संबध में डीएसपी मनीष सोनकर की टीम तथा पूर्वी कानपुर के सिटी एसपी सोमेद्र वर्मा के सहयोग से यह जांच व गिरफ्तारी की गई है। एटीएस द्वारा चौहान को बुधवार को लखनऊ न्यायालय में पेश किया गया है।
आईजी असीम अरुण ने बताया, "बरामद नकली मोहरों के संबंध में जांच की जा रही है कि इनका उपयोग कहां किया जा रहा था। यह मोहरें जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी कानपुर, चिकित्साधिकारी बिलहौर, विभिन्न गन हाउस व शिक्षण संस्थाओं की है। इसके द्वारा कारतूसों की सप्लाई इसके अतिरिक्त और कहां-कहां की गई है, इसकी भी जांच की जा रही है।"


