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कमलनाथ ने शिवराज से कहा आपकी बुद्धि के कपाट खुल गए!
शिवराज जी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठकर आपने मुझसे हर रोज सवाल पूछने की घोषणा की थी। मैंने उसी दिन आपको समझाया था कि मुख्यमंत्री का काम सवाल पूछना नहीं, जनकल्याण के काम करना है: कमलनाथ

गजेन्द्र इंगले
भोपाल: मध्य प्रदेश में चुनावी साल में ‘सवाल’ पर सियासत का दौर चल रहा हैं।लेकिन यहां कमाल की बात यह है कि विपक्ष की जगह मुख्यमंत्री खुद विपक्ष से सवाल पूछ रहे हैं। लेकिन गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सवाल नहीं पूछने पर कमलनाथ ने तंज करते हुए कहा कि आप आपकी बुद्धि के कपाट खुल गये। मुख्यमंत्री ने 28 जनवरी को पूर्व सीएम कमलनाथ से रोज सवाल पूछने की बात कहीं थी।
कमलनाथ ने ट्वीट किया कि सुबह का भूला अगर शाम को घर आ जाए तो उसे भूला नहीं कहते। शिवराज जी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठकर आपने मुझसे हर रोज सवाल पूछने की घोषणा की थी। मैंने उसी दिन आपको समझाया था कि मुख्यमंत्री का काम सवाल पूछना नहीं, जनकल्याण के काम करना है। आज सूर्यास्त तक जब आपका कोई सवाल नहीं आया तो मैं समझ गया आखिरकार आज आपकी बुद्धि के कपाट खुल गए। अब एक काम और करिए। अपनी पार्टी का घोषणा पत्र ध्यान से पढ़िए और उसे अपनी घोषणा मशीन का निवाला बनने से बचाइए। प्रदेश के नौजवान, किसान, श्रमिक, बेरोजगार, माताएं और बहनें जो सवाल कर रही हैं, उन्हें गौर से सुनिए और विदाई से पहले उनसे किए वादे निभाइये।
आपको बता दें कि 2023 में ही नवम्बर में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस के हमलों से बचने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज ने कमलनाथ से रोज एक सवाल पूछने की बात कहीं थी। उन्होंने कुछ दिन सवाल पूछे भी लेकिन उनकी यह सवाल पर सियासत उल्ट उन्ही को नुकसान पहुंचा रही थी। सवाल पूछना सत्ता धारी पार्टी का नहीं बल्कि विपक्ष का काम होता है। अब शिवराजसिंह द्वारा प्रश्न न पूछना कोई नई रणनीति है या उनकी समझ मे आ गया है कि प्रश्न करना तो विपक्ष का काम है।
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