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हिमाचल में फिर खिला ‘कमल‘, कांग्रेस का सूपड़ा साफ

हिमाचल प्रदेश की 4 लोकसभा सीटों के गत 19 मई को हुए चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशियों को बड़े मतांतर से पराजित कर लगातार दूसरी बार इस पार्टी का सूपड़ा साफ

हिमाचल में फिर खिला ‘कमल‘, कांग्रेस का सूपड़ा साफ
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की चार लोकसभा सीटों के गत 19 मई को हुये चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुये प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशियों को बड़े मतांतर से पराजित कर लगातार दूसरी बार इस पार्टी का सूपड़ा साफ किया है।

प्रदेश में कांग्रेस को इस बार कुछ सीटें मिलने की आस थी लेकिन जनता ने इस चुनाव में रिकार्ड 72.50 प्रतिशत मतदान कर उसके वादों और नेताओं को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। गौर करने वाली बात यह है कि इस चुनाव में कांग्रेस मोदी आंधी के चलते राज्य के 68 विधानसभा क्षेत्रों में से किसी भी बढ़त हासिल नहीं कर पाई। किसी इससे पहले वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा ने राज्य की सभी चारों सीटों पर कब्जा किया था। जबकि 2009 में भाजपा को तीन और कांग्रेस को एक सीट मिली थी।

हमीरपुर संसदीय सीट से तीन बार के सांसद और भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड(बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर जीत का चौका मार कर संसद में पहुंचने की राह आसान कर ली। श्री ठाकुर ने कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल ठाकुर को पर लगभग 3,99,572 मतों के अंतर से हराया। अनुराग को 682692 मत और श्री रामलाल ठाकुर को 283120 मत मिले। पांच बार के विधायक रहे रामलाल ठाकुर ने चौथी बार लोकसभा लड़ा था जिसमें भी वह हार गये।

मंडी संसदीय सीट ने पार्टी के निवर्तमान सांसद राम स्वरूप शर्मा भी पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम, राज्य के पूर्व मंत्री अनिल शर्मा के पुत्र और कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा को 405459 मतों के अंतर से पराजित किया। राम स्वरूप शर्मा को 647189 मत जबकि कांग्रेस के आश्रय शर्मा को 241730 मत मिले। भाजपा ने यह सीट बरकरार रखी। आश्रय शर्मा का यह पहला लोकसभा चुनाव था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिले में आने वाली मंडी संसदीय सीट उनके लिये यहां वर्ष 2014 की जीत को पुन: दोहराने की एक चुनौती बन गई थी जिसमें वह सफल रहे।
कांगड़ा से पार्टी प्रत्याशी और राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री किशन कपूर ने कांग्रेस विधायक पवन काजल को रिकार्ड 477623 मतों

के अंतर से शिकस्त दी। श्री कपूर को 725218 मत मिले जबकि श्री काजल को 247595 मत मिले। श्री कपूर को रिकार्ड 71.85 प्रतिशत मत मिले। भाजपा ने यह सीट बरकरार रखी। इस सीट से वर्ष 2014 में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार विजयी रहे थे।

शिमला(सुरक्षित) संसदीय सीट भाजपा के सुरेश कश्यप ने अपने निकटतम प्रतिद्धंदी कांग्रेस के कर्नल धनी राम शांडिल को 327515 मतांतर से पटखनी दी। श्री कश्यप को 66.25 प्रतिशत वोट मिले। वह पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं। उन्हें 606183 मत तो कर्नल शांडिल को 278668 मत मिले। भाजपा ने यह सीट करकरार रखी। इससे पहले इस सीट पर भाजपा के ही श्री वीरेंद्र कश्यप चुने जाते रहे थे।

राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पार्टी जीत के लिये राज्य की जनता को बधाई दी है तथा मतदाताओं का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री मोदी के देश को दिये सुशासन, मजबूत नेतृत्व और पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों की बदौलत है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर उन्होंने कहा कि जनता ने विपक्षी दलों के नेताओं के दुष्प्रचार और इनकी अमर्यादित भाषा को पूरी तरह से नकार दिया है।

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने चुनाव परिणामों को पार्टी के लिये बड़ा धक्का बताया और कहा कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं था और इसी का खमियाजा उसे चुनाव में भुगतना पड़ा है। उन्होंने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू पर पार्टी का हार का ठीकरा फोड़ते हुये कहा कि अगर उन्हें पहले ही अध्यक्ष पद से हटा दिया जाता है तो नतीजे कुछ और ही होते। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को देश और प्रदेश में जीत की शुभकामनाएं दीं और उम्मीद व्यक्त की कि वे देश का एकसमान विकास करेंगे तथा देश हित से जुड़े मुद्दों पर सभी दलों से राय मश्विरा कर फैसला लेंगे।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने पार्टी की प्रदेश में भारी जीत के लिये प्रदेश की जनता को बधाई देेने के साथ पार्टी की नीतियों एवं कार्यक्रमों में अपना विश्वास व्यक्त करने के लिये उसका आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य नेताओं की झूठ और नकारात्मक राजनीति को वोट की चोट से खारिज कर लिया है।

वहीं प्रदेश कांग्रेस कुलदीप राठौर हार स्वीकार करते हुये कहा कि जनता का फैसला सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि पार्टी देश ,प्रदेश और जनता के हितों से जुड़े मुद्दों को जोरशोर से उठाती रहेगी और चुनावा के बाद हार के कारणों पर मंथन करेगी।

उधर, राज्य में भाजपा के बड़ी जीत की ओर अग्रसर होते देख इसके कार्यकर्ताओं के बीच खुशी का माहौल है और वे पटाखे फोड़ने तथा ढाेल की थाप पर थिरकने के साथ मिठाईयां बांट रहे हैं। पार्टी के प्रदेश और जिला मुख्यालयों पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हो गया है और बड़े जश्न ही तैयारी है।

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में 64.42 प्रतिशत मतदान हुआ था और इसमें भाजपा ने सभी चारों सीटें जीती थीं। इनमें कांगडा संसदीय सीट से शांता कुमार, हमीरपुर से अनुराग ठाकुर, शिमला से वीरेंद्र कश्यप् और मंडी से राम स्वरूप शर्मा जीते थे। इस चुनाव में भाजपा को 53.85 प्रतिशत और कांग्रेस को 41.87 प्रतिशत मत मिले थे। राज्य में इस बार कुल 45 उम्मीदवारों ने अपनी राजनीतिक किस्मत आजमाई।


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