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खराब मौसम से थमी कैलाश मानसरोवर यात्रा, नेपाल में फंसे 1575 तीर्थयात्री

नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने वाले डेढ़ हजार से अधिक भारतीय तीर्थयात्री नेपाल चीन सीमा के दोनों ओर फंस गये हैं

खराब मौसम से थमी कैलाश मानसरोवर यात्रा, नेपाल में फंसे 1575 तीर्थयात्री
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नयी दिल्ली। नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने वाले डेढ़ हजार से अधिक भारतीय तीर्थयात्री नेपाल चीन सीमा के दोनों ओर फंस गये हैं और भारतीय दूतावास ने यात्रियों की मदद के लिए एक टीम तैनात की है जो उनके भोजन, ठहराव एवं चिकित्सा तथा जल्द से जल्द निकाल कर लाने की व्यवस्था में जुट गयी है।





आधिकारिक जानकारी के अनुसार विदेश मंत्रालय के निर्देश पर काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास नेपालगंज सिमीकोट हिलसा मार्ग की स्थिति पर पैनी नज़र रखे हुए है। मंगलवार सुबह की स्थिति के अनुसार मौसम की खराबी के कारण वहां से विमानों के उतरने या उड़ान भरने की संभावना नगण्य है।

ताज़ा सूचना के अनुसार करीब 525 तीर्थयात्री सिमीकोट में, 550 हिलसा में तथा 500 अन्य तिब्बत की ओर फंसे हुए हैं। भारतीय दूतावास ने आठ अधिकारियों की टीम को तीर्थयात्रियों की मदद के लिए तैनात किया है जिनमें चार अधिकारी कन्नड़, तेलुगु, तमिल और मलयालम बोलने वाले हैं जिन्हें हॉटलाइन पर तैनात किया गया है। अन्य चार अधिकारी यात्रियों की खानपान एवं रहने की व्यवस्था को देख रहे हैं।





आधिकारिक जानकारी के अनुसार सिमीकोट में तैनात मिशन प्रतिनिधि वहां मौजूद डॉक्टरों की मदद से सभी वरिष्ठ नागरिक यात्रियों की स्वास्थ्य जांच कराया और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें परामर्श, आरंभिक चिकित्सा एवं दवाएं सुलभ कराया गया । वह स्थानीय एवं हिलसा में तैनात नेपाली पुलिस अधिकारियों से संपर्क में रहेंगे। पुलिस अधिकारियों से अनुरोध किया गया है कि वे तीर्थयात्रियों की यथासंभव मदद करें।



भारतीय दूतावास ने सभी टूर ऑपरेटरों को सलाह दी है कि वे तिब्बत की ओर यात्रियों को फिलहाल रोके रखने का प्रयास करें क्योंकि नेपाल की सीमा में मेडिकल एवं अन्य सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं। मिशन ने उन्हें सबसे पहले हिलसा से यात्रियों को निकालने काे कहा है क्योंकि ढांचागत सुविधाओं की सबसे ज़्यादा कमी वहीं है।

भारतीय मिशन सिमीकोट से लोगों को निकालने के लिए सुरखेत, जुमला, मूगू आदि के वैकल्पिक मार्गों के प्रयोग के बारे में विचार कर रहा है हालांकि ये मार्ग भी सिमीकोट नेपालगंज मार्ग से कम कठिन नहीं हैंं। भारतीय मिशन नेपाली सेना के हेलीकॉप्टरों की सेवाएं लेने का भी प्रयास कर रहा है जो मुश्किल हालात में उड़ान भरने एवं उतरने में सक्षम हैं।

भारतीय मिशन ने तीर्थयात्रियों की मदद के लिए तैनात टीम के टेलीफोन नंबर जारी किये हैं ताकि भारत में मौजूद तीर्थयात्री अपने परिजनों की कुशलक्षेम पूछ सकें। ये अधिकारी निम्नवत हैं :-



प्रणव गणेश, फर्स्ट सेक्रेटरी (काउंसलर) +977-9851107006

ताशी खाम्पा, सेकेंड सेक्रेटरी (काउंसलर) +977-9851155007

तरुण रहेजा, अताशे (काउंसलर) +977-9851107021

राजेश झा, एएसओ (सामुदायिक कल्याण) +977-9818832398, +977-9851165140

योगानंद (हॉटलाइन - कन्नड़) +977-9823672371

पिंडी नरेश (हॉटलाइन - तेलुगु) +977-9808082292

आर. मुरुगन (हॉटलाइन - तमिल) +977-9808500642

सी. रंजीत (हॉटलाइन - मलयालम) +977-9808500644


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