आबकारी अधिकारी ने सेल्समैन को छड़ से पीटा
कोण्डागांव ! कलेक्टर जनदर्षन के दौरान शासकीय षराब दुकान फरसगांव के सेल्समेन द्वारा लिखित में आवेदन देकर शिकायत की गई

थाना नहीं दर्ज कर रहा एफआईआर
पीडि़त ने जनदर्शन में कलेक्टर से की शिकायत
कोण्डागांव ! कलेक्टर जनदर्षन के दौरान शासकीय षराब दुकान फरसगांव के सेल्समेन द्वारा लिखित में आवेदन देकर शिकायत की गई कि जिला आबकारी अधिकारी ने उसके साथ 30 अप्रैल को छड से मारपीट किया था और जिसकी लिखित में शिकायत पुलिस थाना फरसगांव में करने के बाद से पुलिस ने आज पर्यंत कोई कार्यवाही नहीं की है, जिसके कारण ही उसे अपने पिता के साथ कलेक्टर जनदर्षन कोण्डागांव में उपस्थित होकर उक्त मामले की शिकायत करने को बाध्य होना पड रहा है। ज्ञात हो कि शासन द्वारा देषी व विदेषी षराब का दुकान संचालन किए जाने के फैसले के बाद से जिले के तहसील मुख्यालयों में शासकीय षराब दुकान संचालित किए जाने लगे हैं और इसी क्रम में कोण्डागांव जिले के तहसील मुख्यालय फरसगांव में भी शासकीय षराब दुकान का संचालन किया जा रहा है। विगत दिनों आयोजित कलेक्टर जनदर्षन के दौरान समाचार संकलन के लिए गए होने के दौरान प्रेस के जिला प्रतिनिधि की मुलाकात उक्त दुकान में सेल्समेन पद पर कार्य कर रहे नेमिचंद सेठिया पिता मोहनलाल सेठिया से हुई, तब उसने आवेदन की प्रति देते हुए आग्रह किया कि उसकी व्यथा को समाचार पत्र में प्रकाषित कर न्याय दिलाने में मदद करें। नेमिचंद सेठिया ने कलेक्टर कोण्डागांव को लिखे गए अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि वह जिला व तहसील कोण्डागांव के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत किबई बालेंगा के आश्रित ग्राम काकोडी का निवासी है और वर्तमान में शासकीय षराब दुकान फरसगांव में सेल्समेन के पद पदस्थ है और 28 अप्रेल को वह अपने 2 अन्य साथियों के साथ दुकान के ही कार्य से रायपुर गया और दुकान का सामान लेकर 29 अप्रेल को केषकाल, फरसगांव एवं कोण्डागांव में संचालित दुकानों में सामान उतारकर वापस फरसगांव जाने के लिए निकल ही रहा था, कि इसी बीच आबकारी उपनिरीक्षक के द्वारा उससे रजिस्टर के संबंध में पूछते हुए, रजिस्टर लेकर आबकारी अधिकारी कार्यालय कोण्डागांव आने को कहा गया, रजिस्टर मेंटनेंस का कार्य सुपरवाईजर का होने के बाद भी मेरे द्वारा जगदीश निषाद को फोन करके फरसगांव से रजिस्टर मंगवाया गया और दोनों रजिस्टर लेकर आबकारी उप निरीक्षक के कार्यालय में पहुंचे, जहां अधिकारी के नहीं होने पर कार्यालय के बाबु श्री ठाकुर को रजिस्टर देने पर, उनके द्वारा रजिस्टर का मिलान करने के बाद रजिस्टर अधूरा होने के कारण, अगले दिन रजिस्टर लेकर आने को कहने पर हम 30 अप्रेल की सुबह 6 बजे पुन:पहुंचे, जहां कार्य पूर्ण होने के बाद हमें रजिस्टर वापस देकर फरसगांव दुकान जाने को कहा गया, जिस पर हम फरसगांव में संचालित षा.शराब दुकान में पहुंचकर, अपने अपने काम में लग गए, फिर लगभग 4 घंटे बाद जिला आबकारी अधिकारी श्री पैकरा फरसगांव दुकान में पहुंचे, तो सभी स्टॉफ दुकान से बाहर निकले, तब जिला आबकारी अधिकारी श्री पैकरा ने पूछा कि रजिस्टर लेकर कोण्डागांव कौन गया था और जैसे ही सुपरवाईजर ने बताया कि नेमीचंद सेठिया गया था, यह सुनते ही श्री पैकरा ने मेरे से बिना पूछे, मेरे को रजिस्टर बिना दिखाए क्यों लाया बोलते हुए नेमीचंद सेठिया को लोहे की पाइप से पीटा जाने लगा, जिला आबकारी अधिकारी श्री पैकरा के द्वारा पिटाई किए जाने के बाद, नेमीचंद सेठिया ने पुलिस थाना फरसगांव में जाकर उक्त मारपीट किए जाने की लिखित में षिकायत की, लेकिन पुलिस अधिकारी के द्वारा आज पर्यन्त कोई कार्यवाही नहीं की गई है। कार्यवाही किए जाने की मांग को लेकर ही वे यहां पहुंचे हैं।


