न्यायाधीशों की चेतावनी सर्वोच्च न्यायालय का आंतरिक मामला नहीं है: उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि उच्चतम न्यायालय के चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों यह चेतावनी कि लोकतंत्र खतरे में है सर्वोच्च न्यायालय का आंतरिक मामला नहीं है

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि उच्चतम न्यायालय के चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों यह चेतावनी कि लोकतंत्र खतरे में है सर्वोच्च न्यायालय का आंतरिक मामला नहीं है तथा यह मुद्दा हर भारतीय के लिए चिंता का विषय होना चाहिए।
मुख्य विपक्षी नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के कार्यकारी अध्यक्ष अब्दुल्ला ने कहा कि चार न्यायाधीशों में से एक न्यायमूर्ति चेलमेश्वर की 2जी घोटाले में बरी हुए डी राजा के साथ की गयी बैठक जल्दबाजी में उठाया गया गलत कदम था।
अब्दुल्ला ने ट्विटर किया “भारत में लोकतंत्र खतरे में है। कल माननीय न्यायाधीशों ने यह चेतावनी दी। इसलिए यह मुद्दा माननीय सर्वोच्च न्यायालय का आंतरिक मामला नहीं है।”
“Democracy in India is in danger”. This was the warning that came from the Hon Judges yesterday. So no, it’s not an internal matter for the Hon SC.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 13, 2018
उन्होंने आगे कहा “यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बनाम कांग्रेस या राहुल बनाम मोदी का मुद्दा नहीं है। यह एक ऐसा मुद्दा है जो हर भारतीय की चिंता का विषय है।”
It is certainly not a BJP v/s Congress or a Rahul v/s Modi issue. It is quite simply an issue that should concern every single Indian.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 13, 2018
“भारत में लोकतंत्र देश का मूल आधार है। हम दुनिया को यह कहने में गर्व करते हैं कि हम सबसे बड़े लोकतंत्र हैं भले ही हमारा लोकतंत्र सबसे पुराना या महानतम न हो। उच्चतम न्यायालय के चार वरिष्ठत्म न्यायाधीश भारत के लोकतंत्र पर खतरा महसूस करते हैं तो हम इसे अनदेखा नहीं कर सकते।”
Democracy in India is the bedrock of our nation. We take pride in telling the world we are the largest democracy even if we aren’t the oldest or the greatest.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 13, 2018
When four senior most Hon judges of the Supreme Court see a threat to India’s democracy the worst thing we can do is to simply wish it away.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 13, 2018
इससे पूर्व के ट्वीट में अब्दुल्ला कहा “मैं डी राजा साहब का बड़ा सम्मान करता हूं लेकिन न्यायाधीश चेमलेश्वर से उनके घर पर जाकर उनका मुलाकात जल्दबाजी उठाया गया गलत कदम था। ऐसे मैं आप उन लोगों के हाथ का खिलौना बनते हो जो माननीय न्यायाधीशों की कही गयी बात को कमतर करना चाहते हैं।”
I have the greatest regard for D Raja Sahib but this move of his to rush to Justice Chelameshwar’s House was hasty & ill considered. Plays in to the hands of those who want to discredit what the Hon judges said/did. https://t.co/BUJwZpdAAF
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 12, 2018


