जज लोया की मौत : क्या रविशंकर प्रसाद के पास पहले ही पहुंच गई फैसले की कॉपी?
सीबीआईजज बीएच लोया की रहस्यमयी मौत के केस में सर्वोच्च न्यायालय ने एसआईटी जांच कराने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है

नई दिल्ली। सीबीआईजज बीएच लोया की रहस्यमयी मौत के केस में सर्वोच्च न्यायालय ने एसआईटी जांच कराने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है। ‘सर्वोच्च’ अदालत के इस फैसले पर कांग्रेस नाखुशी जताई है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाल ने केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पर बहुत गंभीर आरोप लगाया है।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर‘ट्वीट कर सवाल उठाया है कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की कॉपी कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के पास कैसे आई? जबकि इसकी कॉपी अभी तक ना तो प्रेस को मिली है और ना ही वकीलों को, और सर्वोच्च न्यायालय का वेबसाइट हैक भी है’।
उधर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता और याचिकाकर्ता प्रशांत भूषण ने इसे सर्वोच्च न्यायालय के लिए काला दिन करार दिया।
प्रशांत भूषण ने कहा कि जस्टिस लोया की मौत की स्वतंत्र जांच कराई जा सकती थी। इधर जैसे ही इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आया, उसके कुछ ही समय बाद सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाइट के हैक होने की खबर भी मीडिया में चलने लगीं। इसको लेकर भी संदेह बढ़ गया है ?
Intriguing indeed!
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 19, 2018
How does the Law Min, Ravi Shankar Prasad have a copy of Supreme Court judgement in #JudgeLoya case, when neither the public nor the press or advocates have got a copy yet?
And the Supreme Court web site is hacked.
So much for transparency & fairness!
Atleast the tweet finally leads to release of #JudgeLoya judgement, though belatedly, to ordinary mortals too. https://t.co/cDG5CGrVTw
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 19, 2018


