राफ़ेल मामले में राहुल के अहम के लिए जेपीसी गठित नहीं होगा: प्रसाद
रविशंकर प्रसाद ने संवाददाता सम्मेलन में मध्यप्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकारों की उपलब्धियां बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की

इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक और केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राफ़ेल सौदे के मामले में विपक्ष द्वारा की जा रही संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग पर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अहम के लिए जेपीसी गठित नहीं की जा सकती।
प्रसाद आज यहां संवाददाताओं से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि आज तक गांधी राफ़ेल मामले में लगाये जा रहे अपने आरोपों पर कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सके हैं।
इसके पहले कल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने इंदौर में ही एक संवाददाता सम्मेलन में राफ़ेल मामले में सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा था कि 'दाल में कुछ काला है'। इस बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में प्रसाद ने कहा कि पडोसी देशों की वायु सेना हमारे देश के मुकाबले लगातार मजबूत हो रही थी। उन्होंने कहा कि राफेल सौदा पूरी तरह निर्धारित प्रक्रिया से किया गया है, जो प्रमाणित है और भारत के हित में है।
उन्होंने आरोप लगाया कि 1985 से वायु सेना को लड़ाकू विमानों की आवश्यकता थी, लेकिन सिंह ने अपने प्रधानमंत्री रहते दस वर्ष के कार्यकाल में इस दिशा में सार्थक कार्य नहीं किया। प्रसाद ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ सिंह सहित कांग्रेस पर आरोप लगाते हुये कहा कि बगैर निजी लाभ उनके दौर में राफ़ेल सौदा संभव नहीं हो सका।
प्रसाद ने यहां विपक्ष पर आरोप लगाते हुये कहा कि तीन तलाक अमानवीय और असंवैधानिक है। नारी के सम्मान के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको रद्द करने का फैसला लिया, लेकिन कांग्रेस ने राज्य सभा में रोड़े अटकाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष को तीन तलाक पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिये।


