पत्रकार संगठनों ने की उत्तर प्रदेश के तीन पत्रकारों को रिहा करने की मांग
देश के कई प्रमुख पत्रकार सगठनों ने उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा तीन पत्रकारों को गिरफ्तार किये जाने की कड़ी निंदा की है और उन्हें तत्काल रिहा की जाने की मांग की है

नई दिल्ली। देश के कई प्रमुख पत्रकार सगठनों ने उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा तीन पत्रकारों को गिरफ्तार किये जाने की कड़ी निंदा की है और उन्हें तत्काल रिहा की जाने की मांग की है।
प्रेस एसोसिएशन, प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया, इंडियन वुमेन प्रेस कोर तथा साउथ एशियन वुमेन इन मीडिया ने एक संयुक्त बयान जारी कर यह मांग की है। बयान में कहा गया है कि फ्रीलांस पत्रकार प्रशांत कनौजिया और नेशनल लाइव टीवी के संपादक अनुज शुक्ला और इशिता सिंह को मनमाने तरीके से गिरफ्तार किया गया है। श्री कनौजिया पर आरोप है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के बारे में ट्विटर पर खबर पोस्ट की थी जबकि श्री शुक्ला और श्री सिंह ने अपने टीवी चैनल पर वह खबर प्रसारित की थी।
श्री शुक्ला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है और भारतीय दंड सहिता की धारा 500 के तहत उन पर आपराधिक मानहानि का आरोप लगाया गया है जो संघीय अपराध है तथा गैरजमानती भी है। बयान में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने इन तीनों पत्रकारों के खिलाफ कानून का दमनात्मक इस्तेमाल किया है। संगठनों ने कहा, “हमारा मानना है कि पत्रकारों को खुद जिम्मेदारी पूर्वक काम करना चाहिए लेकिन उनके खिलाफ मानहानि या आपराधिक मामले दर्ज नहीं किये जाने चाहिए और जो मामले दर्ज किये गये हैं, उन्हें वापस लिए जाना चाहिए।”


