सुरक्षा की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे पत्रकार
पत्रकारों पर हो रहे जानलेवा हमले को लेकर मंगलवार को नोएडा के पत्रकारों ने एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल की

नोएडा। पत्रकारों पर हो रहे जानलेवा हमले को लेकर मंगलवार को नोएडा के पत्रकारों ने एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल की। इस मौके पर पत्रकारों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौपा।
ज्ञापन के जरिए प्रशासनिक अधिकारियों को पत्रकारों पर आए दिन हमले हो रहे है। ताजा तरीम उदाहरण गाजियाबाद में वरिष्ठ पत्रकार अनुज चौधरी का है। लिहाजा सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए जाए।
इस मौके पर पत्रकारों ने कहा कि पत्रकारिता देश का चौथा स्तम्भ है। लेकिन असलियत में पत्रकार को किसी तरह की कोई सुविधा और सुरक्षा नहीं दी जातीं। उन्होंने कहा कि बाकी के तीनों स्तम्भें को तमाम सरकारी सुविधाएं दी जा रही है।
पत्रकार अपनी जान जोखिम मे डालकर खबर करता है और उसे बदले में मिलती है गोली। पत्रकारों पर होने वाले हमलों और हमलावरों पर केन्द्र व राज्य सरकारें जल्द से जल्द अकुश लगाएं वर्ना आगे का आंदोलन अनिश्चित काल के लिए चलेगा। पत्रकारों को किसानों और नेताओं का भी समर्थन मिला।
भारतीय किसान यूनियन ने पत्रकारों का समर्थन किया और वह भी पत्रकारों के साथ धरने पर बैठ गए। शाम को एसपी श्वेता पाण्डे व मनीष सक्सेना ने सभी को जूस पिलाकर भूख हड़ताल तुड़वाई। धरना देने वालों मे इकबाल चौधरी , निरंकार सिंह, अरूण सिन्हा, जगदीश शर्मा, रणवीर अवाना, जेपी सिंह, आरबी यादव, धीरेन्द्र अवाना, सुनील अवाना, मनोज वत्स , आशीष पाठक , उमेश शर्मा, जगत अवाना , दानिश , संजीव कुमार, अनिल पाल ,अंजना , रिंकू , समेत कई पत्रकार मौजूद रहे।


