जोशी जहां पढ़े थे, उसी स्कूल में पढ़ाने पहुंचे
प्रदेश के तकनीकी शिक्षा एवं स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी आज 'मिल बाँचे मध्यप्रदेश' अभियान में उसी स्कूल में पढ़ाने पहुँचे, जहाँ वह कभी पढ़े थे
भोपाल। प्रदेश के तकनीकी शिक्षा एवं स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी आज 'मिल बाँचे मध्यप्रदेश' अभियान में उसी स्कूल में पढ़ाने पहुँचे, जहाँ वह कभी पढ़े थे।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार देवास जिले के हाटपीपल्या के शासकीय माध्यमिक विद्यालय पहुंचकर जोशी ने बच्चों के बीच बच्चे बनकर सितोलिया भी खेला।
उन्होंने बच्चों को सीख दी कि जीवन में आत्म-विश्वास और लगन के सहारे उन्नति करें।
आलस्य और अति-आत्मविश्वास से सदैव बचें।उन्होंने बच्चों को कछुए और खरगोश की कहानी सुनाकर व्यवहारिक उदाहरण भी दिया। उन्होंने अपने शिक्षक रहे प्रेमचंद पाराशर का सम्मान किया।
उन्होंने मंच पर अपने सहपाठियों सर्व नारायण सिंह, परमानंद और राजेश बम को भी बैठाया। इनके साथ उन्होंने इस विद्यालय में बिताए अपने बचपन के दिनों की याद ताजा की।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विद्यालयों के उन्नयन के लिए जनभागीदारी को बढ़ाना चाहते हैं। प्रत्येक विद्यालय से समाज सेवी और नागरिक जुड़ें।
इसी उद्देश्य से मिल बाँचे मध्यप्रदेश अभियान प्रारंभ किया गया है।
उन्होंने कहा कि जिन्होंने आज के कार्यक्रम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है,वे सतत विद्यालयों से जुड़े रहें और अपना कुछ समय इन विद्यालयों को जरुर दें। उन्होंने विद्यालय में ब्लॉक के लिए एक लाख रूपये नगर पंचायत से पालक शिक्षक संघ को ट्रांसफर करने के निर्देश दिये।
उन्होंने विद्यालय में मिली शिक्षा के ऋण को चुकाने के अपने छोटे से प्रयास के तहत शाला विकास समिति को 21 हजार रूपये भी मौके पर ही दिये। उन्होंने विद्यालय परिसर में स्काउट बैंड और लाइब्रेरी खुलवाने की घोषणा भी की।


