गरीबी और बेरोजगारी से लड़ने के लिए रोजगार सृजन जरुरी: नितिन गडकरी
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने आज देश को गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी की तीन बड़ी समस्याओं से निपटने के लिए रोजगार सृजन पर जोर दिया

नयी दिल्ली। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने आज देश को गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी की तीन बड़ी समस्याओं से निपटने के लिए रोजगार सृजन पर जोर देते हुए कहा कि तकनीकी केंद्रों को स्थानीय उद्योगों के साथ समन्वय, सहयोग और संचार स्थापित करना चाहिए।
नितिन गडकरी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम और मध्य प्रदेश के भोपाल में दो प्रौद्योगिकी केंद्रों, बड़े प्रौद्योगिकी केंद्रों के तीन विस्तार केंद्रों और सात ‘मोबाइल उद्यम एक्सप्रेस’ वाहनों का बुधवार को ऑनलाइ्रन उद्घाटन करते हुए कहा कि भारतीय युवाओं के लिए अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में मौजूद व्यापक संभावनायें मौजूद हैं और देश के युवाओं को सफल होने के लिए अवसर, सहायता और उपकरण की जरूरत है। उन्हाेंने कहा कि सरकार के सभी विभागों को किसी स्थान का सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य बदलने के लिए समन्वित तरीके से काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश में कच्चा माल, युवा और कुशल जनशक्ति के लिए व्यापक संभावनाएं हैं और सरकार सभी उद्यमियों की सहायता करने के लिए तैयार है। इसके लिए आईआईटी, इंजीनियरिंग कॉलेजों और समाज में सफल व्यक्तियों का सहयोग लेने की जरूरत है। उन्होंने एकीकृत सोच की जरूरत पर जोर देते हुए सभी पक्षधारकों से एक मंच पर आने, मिलकर सोचने और मिलकर काम करने का आह्वान किया।
भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र का जिक्र करते हुए श्री गडकरी ने कहा कि हमारा लक्ष्य अगले पांच वर्षों के दौरान देश के ऑटोमोबाइल उद्योग को मौजूदा साढ़े चार लाख करोड़ रुपये के स्तर से बढ़ाकर दस लाख करोड़ रुपये करने का है।
उन्होंने सभी प्रौद्योगिकी केन्द्रों और विस्तार केन्द्रों के कार्य प्रदर्शन का ऑडिट करने पर जोर दिया। उन्होंने इस प्रणाली को परिणामजनित, पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा कि इन केन्द्रों में लगभग ढाई लाख छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं और ‘टूल रूम सामान्य डिजाइनिंग’ से लेकर रोबोटिक्स क्षेत्र का कार्य करता है। मोबाइल उद्यम एक्सप्रेस का जिक्र करते हुए श्री सारंगी ने कहा कि ये मोबाइल वैन गांवों में जाएंगी और लोगों को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ उद्यमिता के सभी पहलुओं के बारे में जागरूक बनाएंगी। उन्होंने कहा कि ये वैन लोगों को छोटे उद्योगों के बारे में जानकारी प्रदान करने में मदद करेंगी।


