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25 साल से बीएसएनएल में फर्जी जाति प्रमाणपत्र पर कर रहा था नौकरी, साथी कर्मचारी की शिकायत पर एफआईआर
फर्जी अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र लगाकर बीएसएनएल में नौकरी कर रहे जूनियर इंजीनियर के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।

गजेन्द्र इंगले
ग्वालियर: फर्जी अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र लगाकर बीएसएनएल में नौकरी कर रहे जूनियर इंजीनियर के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। हैरान करने वाली बात यह है कि इस इंजीनियर को नौकरी करते 25 साल हो गए, लेकिन विभाग को पता तक नहीं चला। आखिर में बीएसएनएल के ही एक कर्मचारी ने इस मामले की शिकायत पुलिस को की। इस शिकायत पर विश्वविद्यालय पुलिस ने जांच में सही पाया और जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाया। पुलिस ने राकेश कुमार गोडिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
राकेश कुमार ने 25 साल पहले अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र का फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर गलत तरीके से बीएसएनएल में नौकरी हासिल की थी। यह मामला 25 साल तक राज रहा। इस मामले का खुलासा होने के बाद बीएसएनल के ही एक कर्मचारी उमेश कुमार ने आरोपी जूनियर इंजीनियर राकेश कुमार गोडिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
आपको बता दें कि फर्जी जाति प्रमाणपत्र पर सरकारी नौकरी करने का यह एक मात्र मामला नहीं है। मध्यप्रदेश के बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य यहाँ तक कि पुलिस विभाग में भी कई लोग फर्जी जाति प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी कर रहे हैं। इस बात का प्रमाण आरटीआई से प्राप्त जानकारी में मिल चुका है। इतने बड़े गड़बड़ झाला में इन विभाग की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता।
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