जेएनयू छात्र संगठन ने दी चेतावनी
जेएनयू में वीसी और छात्रों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है और आज जेएनयू प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोलते हुए
नई दिल्ली (देशबन्धु)। जेएनयू में वीसी और छात्रों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है और आज जेएनयू प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोलते हुए सैकड़ों विद्यार्थियों ने जेएनयू के आजादी चौक पर उतरकर कहा कि जेएनयू प्रशासन नियमों का उल्लंघन करते हुए जेएनयूएसयू अध्यक्ष और दिलीप को रजिस्ट्रेशन नहीं दे रहा है। यदि जेएनयू प्रशासन इतना पाक साफ है तो उस नियम को सबके सामने रखे जिसमें लिखा है कि फाइन न भरने की स्थिति में विद्यार्थी होने का अधिकार भी छीन लिया जाएगा।
साथ ही साथ कम से कम पांच छात्रों का परिणाम रोककर उनको भी कहीं और विवि में प्रवेश लेने से रोका जा रहा है, अगर ये सरासर परेशान करना नहीं है तो क्या है। छात्रों ने कहा कि हम प्रसाशन से पूछना चाहते हैं कि स्टूडेंट् न रहने देना तो सस्पेंशन से बड़ा कदम है, इसका मतलब आप बातचीत के लिए कोई जगह छोड़ना ही नहीं चाहते हैं। छात्रों ने आज मिलकर इस का संकल्प लिया की जेनएयूएसयू को हमने चुना था, हम सभी छात्रों का एडमिशन एक प्रवेश प्रक्रिया से होता है, लेकिन जेएनयू वीसी सरकार और आरएसएस की चापलूसी करके बने हैं, आने वाले दिनों में एक लम्बा आंदोलन चलाकर इस वीसी के खिलाफ हम स्टूडेंट्स का चार्जशीट बनाएंगे और फिर इसको बाहर का रास्ता दिखाएंगे।
छात्र नेताओं ने कहा कि इस बार इस वीसी की टीम ने प्रवेश में भारी भ्रष्टïाचार किया है, जितनी सीटें निकली थीं उतने भी प्रवेश नहीं हुए हैं। हम जेनयूएसयू की तरफ से जल्द ही एक सोशल ऑडिट करके इस पूरे भ्रष्टाचार और आरक्षण से छेड़छाड़ को उजागर करेंगे। उन्होने बताया कि इस बार एमए एडमिशन की मेरिट लिस्ट सार्वजनिक नहीं की गई है। उसकी सबसे बड़ी वजह इस भ्रष्टाचार को छुपाना है, जेनएयू कैंपस असहमतियों के लिए जाना जाता है और हम इस कैंपस को बेहतर बनाने की दिशा में काम करते जाएंगे, लेकिन जो भी लोग जेएनयू के बारे में झूठ फैला रहे वह गलत है।


