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जेएमएम का मुखौटा उजागर, हेमंत सोरेन के लिए आदिवासी का मतलब खुद का परिवार : गौरव वल्लभ

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन 30 अगस्त को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे

जेएमएम का मुखौटा उजागर, हेमंत सोरेन के लिए आदिवासी का मतलब खुद का परिवार : गौरव वल्लभ
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नई दिल्ली। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन 30 अगस्त को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। चंपई सोरेन के भाजपा ज्वाइन करने को लेकर भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि आदिवासी हितों की बात करने वाले लोगों के लिए आदिवासी का मतलब स्वयं का परिवार है, इनके लिए दूसरे लोग आदिवासी नहीं है।

गौरव वल्लभ ने कहा, आज झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं के ल‍िए आदिवासी सिर्फ हेमंत सोरेन का परिवार है। जब वो जेल गए तो पहले कोशिश की गई कि उनकी पत्नी को मुख्यमंत्री बना दें। जब वह गुणा भाग नहीं बैठा, तो चंपई सोरेन को बागडोर सौंपी गई। जिस दिन हेमंत सोरेन जेल से बाहर आए, चार घंटे के अंदर ही चंपई सोरेन को हटा दिया गया। क्या आदिवासी का मतलब हेमंत सोरेन ही हैं? क्या चंपई सोरेन आदिवासी नहीं हैं?

उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन केवल आदिवासी-आदिवासी कहकर उसका फायदा लेते हैं, पर आदिवासियों के लिए आगे बढ़कर उनको सत्ता नहीं सौपेंगे। सत्ता सिर्फ अपने परिवार के पास रखेंगे। पूरा आदिवासी समाज इसे देख रहा है और उसका भ्रम टूट गया है। चंपई सोरेन का विश्वास अब टूट चुका है। उन्होंने आदिवासियों के लिए अपना पूरा जीवन खपा दिया। हेमंत सोरेन ने जेल से निकलते ही चार घंटे के अंदर उनसे इस्तीफा ले लिया।

आदिवासी समाज के सामने जेएमएम का मुखौटा उतर गया है। आदिवासियों को आगे बढ़ाना हेमंत सोरेन का एजेंडा नहीं है। उन्होंने अपने भाई और भाभी को आगे नहीं बढ़ने दिया। वह सिर्फ या तो खुद आगे बढ़ना चाहते हैं या अपनी पत्नी को आगे बढ़ाना चाहते हैं। परिवार के अलावा किसी और आदिवासी को ये लोग सत्ता में भागीदार नहीं बनाना चाहते हैं। आदिवासी समाज इसे बहुत नजदीक से और बहुत गंभीरता से देख रहा है। आगामी झारखंड चुनाव में आदिवासी समाज इसका बदला ईवीएम की मशीन पर कमल का बटन दबाकर जरूर लेगा।

दरअसल झारखंड मुक्ति मोर्चा और सीएम हेमंत सोरेन से नाराजगी की खबरों के बीच चंपई सोरेन सोमवार को दिल्ली पहुंचे और देर रात उनकी मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई। इसी मुलाकात में उनके भाजपा में शामिल होने का रास्ता भी साफ हो गया।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को झटका देकर उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन को भाजपा के साथ जोड़ने में अहम भूमिका निभाने वाले असम के मुख्यमंत्री एवं झारखंड प्रदेश के चुनाव सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने उनके भाजपा में शामिल होने की घोषणा की।

हिमंत बिस्वा सरमा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, चंपई सोरेन और अपनी मुलाकात की तस्वीर को शेयर करते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के प्रतिष्ठित आदिवासी नेता चंपई सोरेन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। वह 30 अगस्त को रांची में आधिकारिक तौर पर भाजपा में शामिल होंगे।"


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