झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र का झामुमो ने किया बहिष्कार
झारखंड विधानसभा के नवनिर्मित भवन में आज विशेष सत्र के दौरान हेमंत सोरेन को आमंत्रित नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए झामुमो सदस्यों ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया

रांची। झारखंड विधानसभा के नवनिर्मित भवन में आज एकदिवसीय विशेष सत्र के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन को आमंत्रित नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए झामुमो सदस्यों ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया।
सभा की कार्यवाही शुरू होते ही झारखंड सरकार के मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्यों ने जहां निवनिर्मित भवन की बनावट और साज-सज्जा की जमकर प्रशंसा की वहीं श्री सोरेन को आमंत्रित नहीं किये जाने के विरोध में झामुमो सदस्यों ने कार्यवाही का बहिष्कार किया। इस बीच झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के प्रदीप यादव ने यह मुद्दा उठाते हुये कहा कि सत्ता पक्ष को कमियाें और त्रुटियाें को दूर करते हुए नेता प्रतिपक्ष श्री सोरेन को इस ऐतिहासक सत्र में बुलाना चाहिए था।
इस पर संसदीय कार्य मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि यदि इस एकदिवसीय विशेष सत्र में नेता प्रतिपक्ष श्री सोरेन शामिल होते तो जनता के बीच संदेश जाता कि उनके नेता राजनीति से ऊपर उठ कर जनता की खुशहाली के लिए सोचते हैं और काम करते हैं।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हस्तक्षेप करते हुये कहा कि राजनीति में प्रतिस्पर्द्धा और प्रतिद्वंद्विता होती है लेकिन झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता की आस्था के प्रतीक लोकतंत्र के इस मंदिर से प्रतिस्पर्द्धा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि संसदीय कार्यमंत्री श्री मुंडा ने श्री सोरेन से दो-दो बार बात करने का प्रयास किया ताकि उनसे मिलकर उन्हें विशेष सत्र के आमंत्रित किया जा सके। लेकिन उनसे बात करने की सभी कोशिशें विफल हो गई। इसलिए श्री सोरने को आमंत्रण कार्ड भेजा गया।
उन्होंने कहा कि अब सदन के सदस्यों से लोकतंत्र के मंदिर की गरिमा को नुकसान पहुंचाने जैसे व्यवहार की उम्मीद नहीं थी।


