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जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल क्यूएस रैंकिंग में देश में अव्वल

हरियाणा के सोनीपत स्थित ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के तहत संचालित जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल ने क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में जगह बनाई है

जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल क्यूएस रैंकिंग में देश में अव्वल
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नई दिल्ली। हरियाणा के सोनीपत स्थित ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के तहत संचालित जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल ने क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में जगह बनाई है और इस रैंकिंग में यह भारत के लॉ स्कूलों में अव्वल स्थान प्राप्त किया है। विधि शिक्षा के क्षेत्र दुनिया के विश्वविद्यालयों व संस्थानों की क्यूएस रैंकिंग में भारत के दो संस्थानों को शामिल किया गया है, जिनमें जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल (जेजीएलएस) देश में पहले पायदान पर है।

यह जानकारी बुधवार को क्वैक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) के क्षेत्रीय निदेशक अश्विन फर्नाडीज ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में दी।

कानून की शिक्षा के क्षेत्र में क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी सब्जेक्ट रैंकिंग में दुनिया के शीर्ष लॉ स्कूलों में जेजीएलएस को 101-150 के दायरे में रैंक मिला है, जबकि बेंगलुरू स्थित नेशनल नॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (एनएलएसआईयू) का रैंक 151-200 के दायरे में है।

जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल महज एक दशक की अपनी यात्रा में यह मुकाम पाया है।

उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि जेजीएलएस ने विधि शिक्षा संस्थानों में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग जगह बनाई है, जोकि यंग इंस्टीट्यूशन होने के बाद भी इस रैंकिंग में भारत में शीर्ष स्थान पर है।"

ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संरक्षक और संस्थापक कुलाधिपति नवीन जिंदल ने इस उपलब्धि पर कहा, "यह वास्तव में जेजीयू और जेजीएलएस के इतिहास में एक सुनहरा अवसर है। भारत में नंबर-1 लॉ स्कूल के रूप में जेजीएलस की मान्यता और विषय के आधार पर प्रतिष्ठित क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2020 द्वारा दुनिया में शीर्ष 150 में शामिल होना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।"

जेजीयू के कुलपति प्रो. राजकुमार ने कहा, "जेजीयू के लिए यह 'असाधारण और अभूतपूर्व संस्थागत क्षण' है कि जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल ने भारत में पहले पायदान को हासिल करते हुए विश्व के 101-150 संस्थानों में शामिल होने का गौरव हासिल किया है।"

विषय के आधार पर इस साल क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के लिए 2.2 करोड़ पत्रों का विश्लेषण किया गया।

इस साल पांच प्रमुख श्रेणियों के तहत 48 विषयों में 1,368 संस्थानों को रैंक प्रदान किया गया।


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