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झारखंड : दुमका उपचुनाव को लेकर झामुमो तैयारी में जुटा

झारखंड बनने के बाद से ही 'हॉट सीट' माने जाने वाली दुमका विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने अपनी तैयारी प्रारंभ कर दी है

झारखंड : दुमका उपचुनाव को लेकर झामुमो तैयारी में जुटा
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रांची। झारखंड बनने के बाद से ही 'हॉट सीट' माने जाने वाली दुमका विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने अपनी तैयारी प्रारंभ कर दी है। झामुमो सूत्रों के मुताबिक, पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में इस एजेंडा पर चर्चा होनी थी, लेकिन कोरोनावायरस को लेकर बैठक स्थगित हो गई। झामुमो सूत्रों का दावा है कि बैठक में प्रत्याशी सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की जानी थी और फैसले की जमीन तैयार होनी थी।

हालांकि, सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि यहां से बसंत सोरेन की उम्मीदवारी तय मानी जा रही है। फिलहाल पार्टी में दुमका सीट से इनका नाम सबसे आगे चल रहा है।

झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन के राज्यसभा के लिए प्रत्याशी बनने के बाद से बसंत सोरेन का दुमका से प्रत्याशी बनना तय माना जा रहा है।

पार्टी के एक नेता ने कहा, "पार्टी के शीर्ष नेताओं की सहमति के बाद बसंत को पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा की जा सकती है। हालांकि अभी तक निर्वाचन आयोग की ओर से दुमका सीट पर उपचुनाव को लेकर तिथि की घोषणा नहीं की गई है।"

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस सीट को छोड़ने के बाद यह सीट खाली हो गई है। सोरेन ने 2019 के विधानसभा चुनाव में बरहेट और दुमका से जीत दर्ज की थी। ऐसे में लोगों का कहना है कि उपचुनाव में दुमका एकबार फिर 'हॉट सीट' साबित हो सकती है।

इस सीट से मुख्यमंत्री हेमंत के साथ पार्टी की प्रतिष्ठा जुड़ी है, वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रही है। दुमका सीट पर 2005 अैर 2014 के चुनावों को छोड़ दें तो 1980 से इस सीट पर झामुमो का कब्जा रहा है। वर्ष 2005 में निर्दलीय प्रत्याशी स्टीफन मरांडी और 2014 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी विजयी हुए थे।


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