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विकास लक्ष्य हासिल नहीं कर सका झारखंड : झाविमो

झारखंड विकास मोर्चा ने आज आरोप लगाते हुये कहा कि राज्य के गठन के अठारह वर्ष गुजर जाने के बाद भी झारखंड अपने विकास लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाया है

विकास लक्ष्य हासिल नहीं कर सका झारखंड : झाविमो
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दुमका। झारखंड विकास मोर्चा ने आज आरोप लगाते हुये कहा कि राज्य के गठन के अठारह वर्ष गुजर जाने के बाद भी झारखंड अपने विकास लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाया है।

झाविमो के प्रधान महासचिव एवं विधानसभा में पार्टी विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि 18 साल के सफर में राज्य का विकास बेपटरी पर हो गया है और विकास के लक्ष्य को नहीं हासिल कर पाया है। पूर्ववर्ती सरकारों के मुकाबले वर्तमान में विकास के नाम पर 15-20 गुणा अधिक राशि खर्च की जा रही है लेकिन परिणाम शून्य है। इसलिए, राज्य में विकास नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मामले में भी राज्य जहां था, वहां से और पीछे चला गया है। राज्य में मैट्रिक की परीक्षा में 50 प्रतिशत छात्र भी उत्तीर्ण नहीं हो पा रहे हैं। इस कारण मुख्यमंत्री रघुवर दास को स्वीकार करना पड़ रहा है कि राज्य में नौकरी के लिए योग्य लोग नहीं मिल रहे हैं।

श्री यादव ने कहा कि शिक्षा के विकास और विस्तार को प्राथमिकता सूची में शामिल कर इस मामले में तेजी से कार्य किया जाना चाहिए। सरकार की गलत नीतियों के कारण विद्यालयों में बच्चे नहीं मिल रहे और सरकार को विद्यालयों को बंद करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में तकनीकी शिक्षा की स्थिति भी बदहाल है। कौशल विकास के नाम पर लगभग 1200 करोड़ रुपये खर्च किये गये लेकिन परिणाम कुछ भी नहीं दिख रहा। उन्होंने कहा कि यह राशि तकनीकी शिक्षा के विकास पर खर्च किये जाते तो आज राज्य की तस्वीर कुछ अलग होती।

झाविमो नेता ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य की स्थिति भी बदत्तर है। अस्पताल में करोड़ों रुपये की मशीन और उपकरण धूल फांक रहे हैं। इन अस्पतालों में तकनीशियन या कोई विशेषज्ञ नहीं हैं जबकि अस्पतालों के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर नये-नये भवन बनाये जा रहे हैं। कई जगह मेडिकल कॉलेजों के नाम पर भवन का निर्माण किया जा रहा जबकि धनबाद मेडिकल कॉलेज बंद होने के कगार पर है। उन्होंने कहा कि संसाधान और विशेषज्ञ के अभाव में राजधानी रांची का राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के कई विभाग बंद हो चुके हैं।


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