एलिवेटेड ट्रेक पर दौड़ेगी जेवर एयरपोर्ट मेट्रो
जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पालम से जोड़ने की तैयारी की जा रही है

नोएडा। जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पालम से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। एक्वा लाइन से सीधे जेवर लाइन को जोड़ा जाएगा। इसके लिए तैयार की गई फिजिबिलिटी रिपोर्ट को रद्द कर दिया गया है। नई रिपोर्ट तैयार की जा रही है। नई रिपोर्ट के लिए डीएमआरसी ने अपनी तकनीकी रिपोर्ट यमुना विकास प्राधिकरण को सौंप दी है। रिपोर्ट के तहत इस रूट पर बनाया जाने वाले ट्रेक एलिवेटेड होगा।
पुरानी फिजिबिलिटी रिपोर्ट में ट्रेक जमीन पर बनाया जाना था। तकनीकी लिहाज से यह कार्यशील नहीं है। लिहाजा नई फिजिबिलिटी रिपोर्ट को अनुमोदन के लिए बोर्ड में ले जाया जाएगा। एक्वा लाइन पर टेस्ट ट्रायल शुरू हो गया है। शुरुआत में ग्रेटरनोएडा के छह मेट्रो स्टेशन पर एक्वा लाइन का ट्रायल किया जाएगा। अप्रैल-2018 में इस रूट को मुसाफिरों के लिए शुरू किया जाएगा। यहा प्रतिदिन 68 हजार मुसाफिरों का आंकलन पीक आवर के समय किया गया है।
यह रूट तब ज्यादा कारगर होगा जब इसे प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट से सीधे जोड़ दिया जाए। जीरो प्वाइंट से जेयर एयरपोर्ट के बीच चार से पांच स्टेशन होंगे। यह लाइन एक्वा लाइन से जोड़ी जाएगी। एक्वा लाइन ब्लू लाइन को सेक्टर-51 में जोड़ेगी। ब्लू लाइन बोटेनिकल गार्डन पर मजेंटा लाइन को जोड़ रही है। मजेंटा लाइन पालम एयरपोर्ट को जोड़ रही है।
पुरानी फिजिबिलिटी रिपोर्ट रद्द
जेवर एयरपोर्ट तक मेट्रो के संचालन के लिए मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की गई थी। इसके तहत जेवर एयरपोर्ट तक जमीन पर ट्रेक बिछाने की योजना थी। ट्रेक के दोनों ओर कारिडोर साथ ही कई क्रासिंग भी बनाने थे। इस रिपोर्ट को तकनीकी रूप से रद्द कर दिया गया।
गत सप्ताह डीएमआरसी ने जेवर एयरपोर्ट को लेकर अपनी नई तकनीकी रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट को लेकर एनएमआरसी, डीएमआरसी व यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच एक अहम बैठक हुई। बैठक में इस तकनीकी रिपोर्ट के अनुसार फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए।
प्रति किलोमीटर ट्रेक बनाने में 140 करोड़ का आएगा खर्च
जीरो प्वाइंट से लेकर जेवर एयरपोर्ट तक का ट्रेक एलिवेटड होगा। एलिवेटेड ट्रेक से दूरी कम होगी। पुरानी फिजिबिलिटी में यह दूरी 35 किलोमीटर थी। इस ट्रेक पर चार स्टेशन बनाए जाएंगे। सभी स्टेशन एलिवेटेड होंगे। यह लाइन एक्वा लाइन को जोड़ेगा। हालांकि इससे बजट में बढ़ोतरी होना तय माना जा रहा है।
दरअसल, जमीन पर ट्रेक एक किलोमीटर ट्रेक बनाने में करीब 25 करोड़ रुपए खर्चा आता है। जबकि एक किलोमीटर एलिवेटड ट्रेक बनाने में 140 से 180 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
एक्वा लाइन की ही चलेंगी ट्रेन
एक प्रस्ताव तैयार किया गया ताकि खर्चा कम हो। इसके तहत ग्रेटरनोएडा में बना डिपो ही जेवर लाइन की मेट्रो ट्रेनों के लिए यॉर्ड होगा। एक्वा लाइन के लिए ग्यारह मेट्रो ली जा रही है। इसमे से कुछ मेट्रो ट्रेनो को जेवर लाइन में शिफ्ट किया जाएगा। हालांकि अंतिम अनुमति बोर्ड से मिलेगी।


