जेवर कांड : हल्के हमले पर ज्यादा हल्ला-गुल्ला, 1 गिरफ्तार, 50 की तलाश
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पड़ने वाले उत्तर प्रदेश के जेवर में सोमवार को पुलिस पार्टी और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के ऊपर हुए हमले की घटना में पुलिस ने एक हमलावर को गिरफ्तार कर लिया

गौतमबुद्ध नगर। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पड़ने वाले उत्तर प्रदेश के जेवर में सोमवार को पुलिस पार्टी और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के ऊपर हुए हमले की घटना में पुलिस ने एक हमलावर को गिरफ्तार कर लिया, जबकि 50 से ज्यादा की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं।
आईएएनएस की टीम ने मंगलवार को दिन के वक्त मौका-मुआयना किया तो पता चला कि हमले को लेकर जितना शोर-शराबा मचा हुआ है, हकीकत में वैसा कुछ भी नहीं है। यह बात अगर पुलिस कहती तो आसानी से गले नहीं उतरती।
आईएएनएस के सामने इलाकाई लोगों ने ही नाम न खोलने की शर्त पर जो कुछ बताया, वह सच्चाई एकदम अलग निकली। मतलब घटना जितनी बड़ी घटी ही नहीं थी, उसे अफवाहियों ने बढ़ा-चढ़ाकर जनमानस में पहुंचा दिया।
नामजद हमलावरों में से मंगलवार को एक आरोपी रवि शर्मा की गिरफ्तारी की पुष्टि आईएएनएस से बात करते हुए ग्रेटर नोएडा के उपायुक्त (डीसीपी) राजेश कुमार सिंह ने की। जेवर थाना क्षेत्र में सोमवार को पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अफसरों पर हमले की घटना में 34 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई थीं, जबकि 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।
डीसीपी ग्रेटर नोएडा राजेश कुमार के ने आईएएनएस से कहा, "मंगलवार सोमवार की रात से ही बाकी फरार हमलावरों की तलाश में छापेमारी जारी है। घटना के कुछ देर बाद ही इलाके में फिर से सरकारी कामकाज सुचारु रूप से शुरू करवा दिया गया था।"
घायल महिला एसडीएम सहित बाकी अन्य घायल पुलिसकर्मियों व स्थानीय प्रशासनिक स्टाफ के बारे में डीसीपी ने कहा, "सभी को मामूली चोटें थीं। प्राथमिक चिकित्सा के बाद सभी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। इनमें से अधिकांश लोग काम पर लौट आए।"
उल्लेखनीय है कि सोमवार को पुलिस सुरक्षा में गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन की कई टीमें जेवर इलाके में पहुंची थीं। इन टीमों ने जेवर हवाईअड्डे के लिए जैसे ही भूमि अधिग्रहण कार्यवाही शुरू की, वैसे ही वहां पर कुछ असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगा। कुछ सिरफिरों ने मौजूद पुलिस बल और सरकारी कर्मचारियों के ऊपर पथराव कर दिया, जिससे मौके पर भगदड़ मच गई।
इन तमाम तथ्यों की पुष्टि के लिए मंगलवार को आईएएनएस टीम ने घटनास्थल का दौरा किया। मौके पर मिले लोगों ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर आईएएनएस को बताया, "घटना इतनी बड़ी थी ही नहीं, जितना हो-हल्ला मीडिया ने मचवा डाला। हां, कुछ लोगों ने मामूली पथराव करके जब सरकारी कामकाज में बाधा डाली, तो पुलिस ने सिरफिरों को दौड़ा दिया। इसी भगदड़ और हमले में कुछ लोगों को चोटें आई थीं।"


